डिफेंडर गुरजीत कौर के दो शानदार गोल की बदौलत भारतीय टीम ने रविवार को यहां मेजबान जापान को 3-1 से मात देकर एफआईएच विमेंस सीरीज फाइनल्स का खिताब अपने नाम किया। भारत के लिए इस मैच में गुरजीत के अलावा कप्तान रानी रामपाल ने गोल किया जिन्हें टूर्नामेंट का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी भी चुना गया। शानदार फॉर्म में चल रही गुजरीत टूर्नामेंट की टॉप स्कोरर रही।
इस टूनामेंट के सेमीफाइनल में शनिवार को चिली को 4-2 से हराने के साथ ही भारत ने ओलम्पिक क्वालीफायर के लिए क्वालीफाई किया था। ओलम्पिक क्वालीफायर इस साल के अंत में ओयोजित होंगे।
भारत ने मेजबान टीम के खिलाफ दमदार शुरुआत की और तीसरे मिनट में ही टीम को पेनाल्टी कॉर्नर मिला। कप्तान रानी ने गोल करते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी।
पहला क्वार्टर समाप्त होने से पहले जापान भी वापसी करने में कामयाब रही। 11वें मिनट में फील्ड गोल के जरिए मेजबान टीम ने 1-1 की बराबरी की। जापान के लिए यह गोल केनॉन मोरी ने किया।
दूसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ लेकिन भारत ने अधिक समय तक गेंद पर नियंत्रण जरूर बनाए रखा। 18वें मिनट में वंदना कटारिया को एक मौका मिला था। हालांकि, वह गेंद को गोल में नहीं डाल पाई।
भातर को तीसरे क्वार्टर में सफलता मिली। क्वार्टर के अंतिम मिनट में भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और गुरजीत ने एक शानदार ड्रैग फ्लिक के जरिए गोल करते हुए स्कोर 2-1 कर दिया।
भारत ने 2-1 की बढ़त के साथ अंतिम क्वार्टर में प्रवेश किया। इस क्वार्टर में हालांकि, जापान को बराबरी करने के कई मौके मिले लेकिन मेजबान टीम उन मौकों को भुना नहीं सकी।
मैच के समाप्त होने से पहले 60वें मिनट में भारत को एक बार फिर पेनाल्टी कार्नर मिला और इस बार भी गुरजीत नहीं चूकी।
इस बीच, रूस ने चिली को हराकर टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया। पेनाल्टी शूटआउट तक गए इस मैच में रूस ने 3-1 से जीत दर्ज की। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 3-3 की बराबरी पर थीं।