केन्द्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत (पिलग्रिमेज रियूवेनेशन एंड स्पिरिच्युअल हेरीटेज आगमेंटेशन ड्राइव) प्रसिद्ध धार्मिक नगरी डोंगरगढ़ में पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक क्रियाकलाप के लिए विशाल ‘पिलग्रिम सेन्टर’ परिसर बनेगा। इस परिसर में सतसंग हॉल, ध्यान केन्द्र और पाथवे भी विकसित किया जाएगा। परिसर के लिए साढ़े 9 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है।
कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य ने आज डोंगरगढ़ विधायक श्री भुनेश्वर बघेल के साथ डोंगरगढ़ में ‘पिलग्रिम सेन्टर’ के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। मौके पर गुरूद्वारा महासभा के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। श्री मौर्य ने प्रस्तावित सेन्टर तक पहुंच मार्ग बनाने के लिए गुरूद्वारा महासभा की जमीन लेने इन प्रतिनिधियों से चर्चा भी की। महासभा को इस जमीन के बदले दूसरी जगह जमीन दी जाएगी। महासभा के प्रतिनिधियों ने जमीन की अदला-बदली के लिए सहमति व्यक्त की। उन्होंने बताया कि महासभा की ओर से लिखित में भी सहमति दे दी गई है।
प्रसाद योजना के अंतर्गत पिलग्रिम एक्टिविटी सेंटर में श्रद्धालुओं के आराम के लिए हाल, टॉयलेट, लॉकर सुविधा, मेडिटेशन सेंटर, सत्संग हॉल, प्रसाद काउंटर, टॉयलेट ब्लॉक, निगरानी प्रणाली, ओपन एयर थिएटर, कैफेटेरिया, हस्तशिल्प दुकानें, पार्किंग स्थल विकसित किया जाएगा। योजना के अंतर्गत डोंगरगढ़ के धार्मिक स्थलों में विभिन्न अधोसंरचनाओं के अलावा पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सौर चलित हाई मास्क लाईट, ओपन थियेटर, ऊपर मंदिर जाने के शेड एवं सीढ़ी निर्माण, प्रतिक्षालय, प्रसाद केन्द्र, शौचालय, पार्किंग स्थल, पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। माँ बम्बलेश्वरी मंदिर शिखर तक की सीढ़ियों में हाई रेलिंग के साथ धूप और बारिश से सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
कलेक्टर श्री मौर्य ने प्रस्तावित पिलग्रिम एक्टिविटी सेंटर की पीछे की ओर से चिचोला मार्ग तक बाईपास सड़क बनाने के लिए भी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। श्री मौर्य ने इस संबंध में वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ श्री साहू से चर्चा कर सड़क के लिए वन विभाग की जमीन उपलब्ध कराने और डायर्वसन कराने के लिए भी निर्देशित किया। इस अवसर पर एसडीएम डोंगरगढ़ श्री प्रेम प्रकाश शर्मा, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी दुर्ग संभाग श्री प्रमील वर्मा, प्रभारी पर्यटक सूचना केन्द्र डोंगरगढ़ श्री श्रीनिवास राव, मैनेजर कंसल्टेंट कंपनी श्री अजय यादव, श्री अभिजीत पी.के. सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।