Home छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ /पूर्व सरपंचों से वसूलना है 5.63 करोड़, 13 सालों में...

छत्तीसगढ़ /पूर्व सरपंचों से वसूलना है 5.63 करोड़, 13 सालों में वसूली हुई सिर्फ 2 हजार रुपए

47
0

जिले के 645 ग्राम पंचायतों में कुर्सी जाते ही सरपंच बकाया राशि जमा नहीं कर रहे हैं। जिसका नतीजा यह है कि 13 सालों में पूर्व सरपंचों से बकाया राशि वसूलने का ग्राफ 56397157 रुपए तक पहुंच गया है। इसकी वसूली हर माह प्रत्येक एसडीएम को करनी है लेकिन एसडीएम इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे शासन की राशि पूर्व सरपंचों से वसूल नहीं हो पा रही है। सरकार गांवों के विकास के लिए खुले हाथ से राशि आवंटित कर रही है लेकिन उसी राशि को सरपंच खुद की सुविधाओं पर खर्च कर रहे हैं। जब सरपंचों का कार्यकाल खत्म हो जाता है तो इस राशि की वसूली के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। पूर्व सरपंचों से राशि वसूली की प्रक्रिया इतनी धीमी है कि चालू माह में सिर्फ पेंड्रा अनुभाग से ही 2000 रुपए की वसूली हो पाई है। 

किस अनुभाग से कितनी राशि है बकाया 

  1. अनुभागबकायादारों की संख्याशेष बकाया राशि रुपए में बिल्हा302762989 पेंड्रारोड5617440074 कोटा166224390 तखतपुर317500485बिलासपुर312159006 मस्तूरी18420309213 
  2. गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर चुके हैं पूर्व सरपंचों से बकाया राशि की वसूली की जा रही है। मंगला सरपंच के खिलाफ वारंट भी जारी कर चुके हैं। इसके बाद हर माह वह 30-30 हजार रुपए जमा कर रहा है।कीर्तिमान सिंह राठौर, एसडीएम, बिलासपुर 
  3. रिमाइंडर भेजा गया है पूर्व सरपंचों से बकाया राशि की वसूली के लिए सभी अनुभागों में रिमाइंडर लेटर भेजा गया है। इसके बाद भी सूची पुन: उपलब्ध करा दी जाएगी।जेपी शुक्ला, संयुक्त संचालक, पंचायत विभाग 
  4. मेरे पास कोई प्रकरण लंबित नहीं मेरे पास आरसीसी का कोई प्रकरण लंबित नहीं है। यदि ऐसा आरसीसी का कोई प्रकरण आता है तो वसूली होती है। फिलहाल ऐसा कोई मामला जानकारी में नहीं है।अखिलेश साहू, एसडीएम, बिल्हा
  5. नहीं मिली सूची मेरे यहां तो उतनी वसूली नहीं है जितनी आप बात कर रहे हैं। इस विषय में पंचायत विभाग ने भी हमें कोई सूची उपलब्ध नहीं कराई है। यदि सूची उपलब्ध होती है निश्चित तौर पर वसूली करेंगे।वीरेंद्र लकड़ा, एसडीएम मस्तूरी 
  6. वसूली तेज की जाएगी वसूली की समीक्षा तहसीलदार करते हैं। यह जरूर है कि वसूली धीमी हो रही है। वसूली तेज के लिए तहसीलदार को निर्देशित किया जाएगा।अाशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम कोटा