प्रदेश में सहकारी समितियों के माध्यम से 13 लाख 50 हजार किसानों का 5268.41 करोड़ रूपए का ऋण माफ किया गया है। प्रथम किस्त के रूप में तीन हजार करोड़ रूपए शासन से प्राप्त कर बैंकों और समितियों में समायोजित हो चुका है। द्वितीय किस्त के रूप में 1500 करोड़ रूपए का आवंटन प्राप्ति के लिए आहरण प्रक्रियाधीन है। प्रदेश में 8 लाख 26 हजार 550 किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरण का कार्य 30 जून 2019 तक पूर्ण किया जाना है।
प्रदेश में सहकारी बैंकों द्वारा 15 लाख 88 हजार किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। इनमें से 10 लाख 71 हजार किसानों को रूपे केसीसी जारी हो चुका है। खरीफ वर्ष 2019 में प्रदेश के किसानों को 4 हजार करोड़ रूपए कृषि ऋण वितरण का लक्ष्य है। लक्ष्य के विरूद्ध 15 जून तक तीन लाख 95 हजार 195 किसानों को 1004.30 करोड़ रूपए का ऋण वितरण हो चुका है। प्रदेश में सहकारिता के माध्यम से खरीफ वर्ष 2019 में खाद वितरण के लिए 6.25 लाख टन का लक्ष्य है। लक्ष्य के विरूद्ध 15 जून से तीन लाख 68 हजार 219 टन खाद समितियों में भंडारित कर लिया गया है। किसानों को एक लाख 90 हजार 982 टन खाद वितरित कर दिया गया है। समितियों में चार लाख 71 हजार 673 क्विंटल उन्नत किस्म के प्रमाणित बीज भंडारित किए गए हैं। किसानों को 15 जून तक दो लाख 26 हजार 565 क्विंटल बीज का वितरण हो चुका है। खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 में 15 लाख 71 हजार किसानों से 80 लाख 38 हजार टन धान का उपार्जन किया गया है और इन किसानों को कुल 20 हजार 092.37 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है और कुल राशि में से 5979.48 करोड़ का भुगतान किया गया। धान उपार्जन वर्ष 2018-19 में 1995 उपार्जन केन्द्रों में से 1949 केन्द्रों का लेखा मिलान पूर्ण कर लिया गया है।