मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रात यहाँ शहीद स्मारक में आयोजित ‘सुरता खुमान साव के’ कार्यक्रम में शामिल होकर स्वर्गीय श्री खुमान साव को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से आये लोक कलाकारों के आग्रह पर स्वर्गीय श्री खुमान साव की स्मृति को चिर स्थायी बनाये रखने के लिए उनकी मूर्ति की स्थापना करने, उनकी स्मृति में हर वर्ष समारोह के आयोजन और कला के क्षेत्र में उनके नाम पर पुरस्कार स्थापित करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री खुमान साव के चित्र और अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के निर्माण और छत्तीसगढ़िया लोगों में स्वाभिमान जगाने में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों का अविस्मरणीय योगदान है। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री खुमान साव से जुड़े संस्मरणों को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि श्री साव का निधन छत्तीसगढ़ के लोककला जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। लोक कलाकार श्रीमती ममता चंद्राकर, श्रीमती सीमा कौशिक, श्रीमती कविता वासनिक, श्री दीपक चंद्राकर सहित अनेक कलाकारों ने स्वरांजलि के माध्यम से स्वर्गीय श्री साव को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ियापन को बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि छत्तीसगढ़ियापन में प्रेम और भाईचारा है, जिसकी देश ही नहीं पूरे विश्व में जरूरत है। छत्तीसगढ़ की पहचान छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति से है, जिसे हमस ब को मिलकर बरकरार रखना होगा। कार्यक्रम में उपस्थित गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किये।