भले ही 8 दिन की देरी से लेकिन केरल पहुंच चुके मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और अब कोच्चि, तमिलनाडु को तरबतर करते हुए आगे बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मानसून एक हफ्ते की देरी से आने के बावजूद अगले 48 घंटे में यानी मंगलवार तक पूर्वोत्तर राज्यों में भी अपना असर दिखा सकता है। इन राज्यों में भी मानसून के बेहतरीन हालात बन गए हैं।
वहीं रविवार को मुंबई महाराष्ट्र के कुछ शहरों में हुई झमाझम बारिश ने लोगों को भिगो दिया। प्री-मानसून बारिश की वजह से लोगों को तपन से राहत मिली है वहीं मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य में अगले कुछ दिनों में मानसून भी दस्तक दे सकता है।
सरकारी मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण पूर्वी और पूर्वी मध्य अरब सागर के अलावा लक्षद्वीप में चक्रवाती तूफान आने के हालात बन रहे हैं। इन इलाकों में हवा का निम्न दबाव है। यह दबाव आगे उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। अगले 48 घंटे में यह दबाव और बढ़ सकता है। इसके चलते मुंबई की अधिकांश जगहों में 11 और 12 जून के आसपास हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।
वहीं दूसरी तरफ मानसून मंगलवार तक समूची बंगाल की खाड़ी को भी घेर लेगा। इसलिए मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया है, चूंकि वहां 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। हालांकि केरल में मछुआरों को 52 दिनों के लिए समुद्र में 12 नाटिकल माइल से दूर जाने से रोका गया है। ताकि मछलियों के ब्रीडिंग सीजन में उन्हें कोई नुकसान न हो। इस आदेश को नहीं मानने वालों को 2.5 लाख रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा।
यहां आसमान से बरसती आग से नहीं है राहत
एक तरफ जहां केरल और दक्षिण भारत के अन्य शहरों में झमाझम बारिश की तस्वीरें राहत देती है वहीं मध्यभारत में आसमान से बरसती आग से राहत नहीं मिल रही है। रविवार को भी देश के कईं शहरों में पारा 45 के पार रहा वहीं मध्यप्रदेश और राजस्थान में भीषण लू के कारण सड़कें सूनी रहीं। वहीं पंजाब, हरियाणा और यूपी-बिहार में भी हालात बिगड़े हुए हैं।