आपको बता दें,कि वैसे तो नवरात्रि का पर्व साल में दो बार आता हैं,मगर चैत्र की नवरात्रि बहुत ही विशेष मानी जाती हैं इस पर्व में देवी शक्ति के नौर रूपों की उपासना का यह खास पर्व माना जाता हैं वही यह भी कहा जाता हैं,कि इस नवरात्रि में अगर आप देवी को प्रसन्न कर लेते हैं तो आपकी हर इच्छा जल्द ही पूर्ण हो जाती हैं।
वही इस साल चैत्र नवरात्रि 6 अप्रैल से आरम्भ हो रही हैं जो 14 अप्रैल को समाप्त हो जायेंगी। वही यह इस साल पूरे नौ दिनों तक रहने वाली हैं। वही नवरात्रि के इन नौ दिनों में देवी भक्त मां को प्रसन्न करने के लिए हर प्रयास करते हैं। वही इनके नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना भी करते हैं।
वही नवरात्रि के पर्व में कलश स्थापना का विशेष महत्व होता हैं,वही नवरात्रि में मां दुर्गा की कृपा को पाने के लिए कलश की स्थापना उचित मुहूर्त में ही करनी चाहिए। बता दें,कि इस बार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सिर्फ 4 घंटे 10 मिनट तक ही रहेगा। कलश स्थापना मुहूर्त सुबह 06 बजकर 09 मिनट से लेकर 10 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। वही कलश स्थापना का यह मुहूर्त इसलिए भी बहुत शुभ माना जा रहा हैं क्योंकि इस समय द्विस्वभाव मीन लग्न होगा।
जानिए कलश स्थाना से जुड़े खास नियम—
बता दें,कि कलश स्थापना हमेशा ही शुभ मुहूर्त में करनी चाहिए। वही कलश की स्थापना करने के लिए पूजन स्थल से अलग एक पाटे पर लाल रंग या फिर सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं इसपर अक्षत से अष्टदल बनाकर इस पर जल से भरा कलश स्थापित करें। वही कलश का मुंह खुला ना रखें। उसे किसी चीज से ढक देना उचित होता हैं।