रायपुर। एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर ने एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल में 81 वर्षीय हृदय रोगी की सफलतापूर्वक प्रोस्टेट सर्जरी की गई, जो हाल ही में ओपन हार्ट सर्जरी से गुज़रे थे और खून पतला करने वाली दवाओं पर थे। मरीज को लंबे समय से पेशाब में कठिनाई हो रही थी। जांच में पता चला कि उनका प्रोस्टेट लगभग
250 ग्राम तक बढ़ चुका था — सामान्य से कई गुना अधिक। प्रारंभिक इलाज के रूप में एक महीने तक कैथेटर के माध्यम से स्थिति को स्थिर किया गया, इसके बाद Holmium Laser Enucleation of the Prostate (HoLEP) प्रक्रिया की गई। यह एक न्यूनतम इनवेसिव लेज़र तकनीक है, जिसमें रक्तस्राव बहुत कम होता है और मरीज जल्दी स्वस्थ होता है।
सर्जरी के बाद मरीज को मात्र 48 घंटों में अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वे एक सप्ताह के भीतर सामान्य दिनचर्या में लौट आए। इस जटिल सर्जरी का नेतृत्व डॉ. वरुण शर्मा (MCh, Urology, PGI चंडीगढ़) ने किया। उन्होंने बताया,
“HoLEP बड़ी प्रोस्टेट ग्रंथि वाले और ब्लड थिनर पर चल रहे मरीजों के लिए सबसे सुरक्षित और कारगर तकनीक है। यह तकनीक हमें अत्यधिक सटीकता से सर्जरी करने की सुविधा देती है और मरीज की तेज़ रिकवरी सुनिश्चित करती है।”
अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर श्री अजीत कुमार बेल्लोंकोंडा ने कहा, “यह सफलता हमारे हॉस्पिटल की उस विशेषज्ञता को दर्शाती है, जिसके माध्यम से हम उच्च जोखिम वाले मरीजों का सफल इलाज करते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम नवीनतम तकनीकों के माध्यम से बेहतर परिणाम सुनिश्चित करें।”
HoLEP एक अत्याधुनिक लेज़र तकनीक है जो प्रोस्टेट वृद्धि के इलाज में प्रयुक्त होती है। यह खासतौर पर उन मरीजों के लिए उपयोगी है जो ब्लड थिनर ले रहे हों। इस प्रक्रिया में अधिकांश मरीजों को 24 से 48 घंटों में छुट्टी मिल जाती है और वे शीघ्र सामान्य जीवन में लौट सकते हैं। यह तकनीक 200 ग्राम से अधिक वज़न वाले प्रोस्टेट में भी कारगर है और लंबे समय तक राहत प्रदान करती है।
इस सफलता के साथ MMI Narayana Hospital, रायपुर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह जटिल और उच्च जोखिम वाले मामलों में भी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं देने में अग्रणी है। HoLEP तकनीक के माध्यम से अस्पताल ने न केवल चिकित्सा जगत में एक मिसाल कायम की है, बल्कि मरीजों के जीवन में भी एक सकारात्मक बदलाव लाया है।