- कृषि विश्वविद्यालय के कैरियर परामर्श, प्लेसमेंट तथा एल्यूमिनी प्रकोष्ठ द्वारा कार्यशाला आयोजित
रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कैरियर गाइडेंस, प्लेसमेन्ट एवं एल्यूमिनी प्रकोष्ठ द्वारा विद्यार्थियों के कैरियर को नये आयाम देने और सफलता के नये रास्ते बताने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल थे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर.आर. सक्सेना उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा ने की।
इस कार्यशाला में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के लगभग 700 से अधिक बच्चों ने सहभागिता की और सफलता के नये सूत्र सीखे। कार्यशाला में कैरियर मार्गदर्शन, कौशल विकास तथा व्यक्तित्व विकास के विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा छात्रों को प्रेरक उद्बोधन दिये गये। इस एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने कैरियर परामर्श, संवाद कौशल विकास, क्रोध एवं तनाव प्रबंधन, आंतरिक शक्तियों का विकास, समय प्रबंधन, बायोडाटा निर्माण एवं साक्षात्कार की तैयारी, नये स्टार्टअप की स्थापना, विदेशों में उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के अवसर आदि विषयों पर सारगर्भित एवं उपयोगी जानकारियां प्राप्त की। इस कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ बायोटेक प्रमोशन सोसायटी के वित्तीय सहयोग से किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथ डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि हर विद्यार्थी का मुख्य लक्ष्य पढ़ाई के बाद नौकरी या रोजगार प्राप्त करना होता है। अच्छा कैरियर बनाने में सिर्फ किताबी पढ़ाई ही कारगर नहीं होती बल्कि इसमें छात्रों का व्यक्तित्व, संवाद कौशल, आत्म विश्वास तथा व्यावसायिक कौशल भी महत्वपूर्ण होता है। डॉ. चंदेल ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने जीवन का लक्ष्य तय कर उन्हीं पाठ्यक्रमों में पढ़ाई करनी चाहिए जिनसे उन लक्ष्यों की प्राप्ति की जा सके। डॉ. चंदेल ने आशा व्यक्त की कि इस कार्यशाला के दौरान विभिन्न विषयां पर विषय विशेषज्ञों द्वारा दिये गये मार्गदर्शन से विद्यार्थियों को सफल कैरियर बनाने में मदद मिलेगी। महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर.आर. सक्सेना ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए संयुक्त रूप से आयोजित कैरियर विकास पर यह कार्यशाला एक अच्छा एवं स्वागतेय प्रयास है। उन्होंने कहा कि कृषि एवं उद्यानिकी के क्षेत्र में हुए अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी विकास को किसानों के खेतों तक पहुंचाने की जरूरत है और इसमें आप लोग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा ने कार्यशाला की रूप-रेखा प्रतिपादित करते हुए इसके उद्देश्यों, उपयोगिता एवं भावी परिणामों पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला के दौरान विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों को उन विषयों के विभिन्न पहलुओं पर सारगर्भित मार्गदर्शन दिया गया। स्वयंसेवी संस्था एग्रीकॉन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मानस बैनर्जी ने विभिन्न रोचक क्रियाओं एवं गतिविधियों के माध्यम से क्रोध एवं तनाव का प्रबंधन करने के गुर सिखाए। भारत सरकार के जी.एस.टी. विभाग के सुपरिटेंडेन्ट एवं युवा संस्था के संचालक श्री एम. राजीव ने कैरियर परामर्श एवं संवाद कौशल के बारे में विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण सूत्र दिये। छत्रपति शिवाजी विद्यालय रायपुर के संचालक श्री मुकेश शाह ने विद्यार्थियों के अपनी आंतरिक शक्तियों के विकास तथा समय प्रबंधन के बारे में उपयोगी टिप्स दिये। पाथ फाईंडर एकेडमी रायपुर के निदेशक श्री इंद्रजीत ने बायोडाटा निर्माण तथा साक्षात्कार की तैयारी के बारे में उपयोगी जानकारियां दी।
कृषि विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन केन्द्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. हुलास पाठक ने विद्यार्थियों को नये स्टार्टअप की स्थापना की प्रक्रिया, फंडिंग तथा बाजार की उपलब्धता के बारे में बताया। धमतरी की सफल स्टार्टअप उद्यमी सुश्री इशा झवर ने अपने स्टार्टअप की स्थापना के संघर्ष तथा सफलता के अनुभव विद्यार्थियों के साथ साझा किये। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र तथा वर्तमान में जमर्नी के विश्वविद्यालय में अध्ययनरत ओम सोनी ने कृषि विद्यार्थियों के लिए विदेशों में उच्च शिक्षा के अवसरों, प्रक्रिया तथा तैयारियों एवं छात्रवृत्ति के बारे में जानकारी प्रदान की।
कार्यशाला के अन्त में प्रतिभागियों से फीड बैक प्राप्त किया गया तथा उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। कैरियर गाइडेंस, प्लेसमेन्ट एवं एल्यूमनाई प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. राम मोहन सावू तथा सह संयोजक डॉ. शुभा बैनर्जी ने कार्यक्रम का सफल संचालन तथा अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम का यूट्युब में लाईव प्रसारण किया गया। इस कार्यशला में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, संचालक, प्राध्यापक एवं वैज्ञानिकगण उपस्थित थे।