नई दिल्ली। दिल्ली की नवगठित भाजपा सरकार ने 24 फरवरी से तीन दिन का विशेष विधानसभा सत्र बुलाया है। इस सत्र में सभी नवनिर्वाचित विधायक शपथ लेंगे, जबकि पांच साल से लंबित कैग की 14 रिपोर्ट भी पेश की जाएगी। कथित शराब घोटाले पर भी रिपोर्ट पटल पर रखी जाएगी।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली में नई भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट बैठक गुरुवार को सीएम रेखा गुप्ता की अगुवाई में हुई। बैठक में सीएजी की रिपोर्ट पर चर्चा हुई। अगले सप्ताह दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र होगा और इस सत्र में 14 सीएजी रिपोर्ट पेश की जाएंगी। इसके साथ ही कैबिनेट ने आयुष्मान भारत योजना को भी मंजूरी दी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद पीएम मोदी ने 8 फरवरी को भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने पिछली सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने का संकेत दिया था। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ये आपदा लोग अपने घोटालों को छिपाने के लिए हर दिन नई साजिश रचते थे, लेकिन अब दिल्ली का जनादेश मिल गया है। मैं गारंटी देता हूं कि सीएजी रिपोर्ट पहले ही विधानसभा सत्र में पेश की जाएगी। भ्रष्टाचार के हर तार की जांच होगी और जिसने भी लूटा है, उसको लौटाना पड़ेगा।
बता दें कि आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान भाजपा लगातार इन रिपोर्ट को विधानसभा में रखने की मांग करती रही। भाजपा विधायकों ने कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया, जिस पर आप सरकार को फटकार सुननी पड़ी थी। इस बीच चुनाव आ गए और रिपोर्ट पेश नहीं हो सकी। तीन दिवसीय विशेष सत्र में इन रिपोर्ट्स को पेश किया जा सकता है। 24, 25 और 27 फरवरी को सत्र बुलाया गया है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का अवकाश है।