प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ मेला परिसर में सोमवार दोपहर एक बार फिर आग लग गई है। सेक्टर-8 में लगी आग पर दमकल कर्मियों ने काबू पा लिया है।
श्री कपि मानस मंडल और उपभोक्ता संरक्षण समिति के शिविर में आग लगी थी। दोनों शिविर में दो-दो तंबू जले हैं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत सिंह राणा ने कहा- लगभग 3 बजे हमें टेंट में आग लगने की सूचना मिली। जिसके तुरंत बाद हमारी गाड़ियां यहां पहुंची और हमने आग पर काबू पा लिया है। खाली टेंट था, कोई जनहानि नहीं हुई है। आगे की जांच चल रही है।
महाकुंभ में एक महीने में पांचवीं बार लगी आग…
19 जनवरी: सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में आग लगी थी, हादसे में 180 कॉटेज जल गए।
30 जनवरी: सेक्टर 22 में आग लगी थी, जिसमें 15 टेंट जले थे।
7 फरवरी: सेक्टर-18 में आग लगी थी। हादसा शंकराचार्य मार्ग पर हुआ था, जिसमें 22 पंडाल जल गए।
15 फरवरी: सेक्टर 18-19 में आग लगी। आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। दावा किया कि नोट से भरे 2 बैग जल गए।
17 फरवरी: सेक्टर-8 में आग लगी। इस पर जल्द ही काबू पा लिया गया।
महाकुंभ में आज फिर जबरदस्त भीड़ है। शाम 4 बजे तक 1.08 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। प्रयागराज के सभी 7 एंट्री पॉइंट जाम हो गए हैं। भीड़ के चलते दारागंज स्थित संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। महाकुंभ में तैनात अफसरों की ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई है।
मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री फिर से रोक दी गई है। सभी तरह के पास रद्द कर दिए हैं। प्रयागराज से गुजरने वाली 19 ट्रेनों का रूट बदला गया है। वाहनों को संगम से 10-12 किमी पहले बनाई गई पार्किंग में रोका जा रहा है, जिससे लोगों को संगम तक पैदल ही जाना पड़ रहा है।
काशी तमिल संगमम में काशी आए तमिलनाडु के मेहमान सोमवार को महाकुंभ पहुंचे। सभी ने एक साथ संगम में स्नान किया। आज महाकुंभ का 36वां दिन है। 13 जनवरी से अब तक 54.04 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
आज महाकुंभ में गुजरात, महाराष्ट्र, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी संगम में स्नान करेंगे। आज गंगा पंडाल में 8 घंटे में करीब 10 हजार लोग हैंड प्रिंटिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे। रविवार को प्रयागराज-रीवा हाईवे पर 15 किमी लंबा जाम लग गया। लखनऊ, कानपुर और जौनपुर के रास्तों पर भी गाड़ियों की लंबी कतारें दिखीं। एयरपोर्ट पर भी यात्री जमीन पर बैठे और लेटे हुए नजर आए।