रायपुर। एम्स रायपुर के नर्सिंग कॉलेज ने विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर यूनाइटेड बाय यूनिक: ऑन्कोलॉजी केयर के भविष्य को आकार देने में नर्सों की भूमिका विषय पर एक राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया। इस कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अशोक जिंदल (कार्यकारी निदेशक), प्रो. आलोक सी. अग्रवाल (डीन, अकादमिक्स) और प्रो. डॉ. बिनु मैथ्यू (प्राचार्य, नर्सिंग कॉलेज) की गरिमामयी उपस्थिति रही। राज्य भर से आए 700 से अधिक प्रतिभागियों के साथ, इस सम्मेलन का उद्देश्य ऑन्कोलॉजी नर्सिंग प्रैक्टिस को उन्नत करना, अंतर्विषयक सहयोग को बढ़ावा देना और नर्सों को कैंसर देखभाल में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाना था। एम्स बीबीनगर की नर्सिंग विशेषज्ञ डॉ. सरमा सुबाथ्रा ने कैंसर की घटनाओं और उपचार में आए महत्वपूर्ण बदलावों पर जानकारी साझा की। मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अशोक जिंदल ने कैंसर रोगियों को संवेदनशील और प्रभावी देखभाल प्रदान करने में नर्सों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए। उन्होंने एम्स रायपुर में उपलब्ध विकसित कैंसर देखभाल
सुविधाओं, उन्नत डायग्नोस्टिक्स और अत्याधुनिक उपचार विकल्पों की भी सराहना की। सम्मेलन में कैंसर उपचार में नवीनतम प्रगति, विकिरण ऑन्कोलॉजी और मेटास्टेटिक बोन कैंसर पर विशेषज्ञ सत्र आयोजित किए गए। एक पैनल चर्चा में सामान्य ऑन्कोलॉजिकल आपात स्थितियों पर विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए। एक विशेष संगोष्ठी में ऑन्कोलॉजी नर्सिंग कौशल को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें पिक लाइन देखभाल, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, आहार प्रबंधन और जीवन के अंतिम चरण की देखभाल जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे। इसके अलावा, प्रतिभागियों ने पोस्टर प्रेजेंटेशन, वैज्ञानिक शोध पत्र सत्र और क्विज प्रतियोगिता में भी भाग लिया। कार्यक्रम का समापन भाषण के साथ हुआ, जिसमें सम्मेलन की सफलता पर प्रकाश डाला गया। इस सम्मेलन ने नर्सों को महत्वपूर्ण ऑन्कोलॉजी ज्ञान और उन्नत कौशल प्रदान कर कैंसर रोगियों की देखभाल में सुधार करने और अंतर्विषयक सहयोग को बढ़ावा देने में मदद की। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य पेशेवरों को उन्नत प्रशिक्षण देकर और संवेदनशील दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर कैंसर रोगियों के बेहतर उपचार परिणामों में सीधा योगदान देता है।