रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जैसा कि आप जानते हैं, मैं रूस और यूक्रेन दोनों देशों के संपर्क में था। मैंने खुद दोनों देशों का दौरा भी किया है। कई लोगों को लगता है कि भारत ‘तटस्थ’ है। हालांकि मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि भारत तटस्थ नहीं है। हमारी भी अपनी पार्टी है और हमारी पार्टी ‘शांति’ है।
युद्ध के मैदान में समस्याएं गायब नहीं होतीं
मोदी ने आगे कहा अपने इसी सिद्धांत पर बोलते हुए मैंने राष्ट्रपति पुतिन की मौजूदगी में मीडिया के सामने साफ तौर पर कहा था कि ये युद्ध का समय नहीं है। आज भी मेरा दृढ़ विश्वास है कि समस्याएं युद्ध के मैदान में नहीं सुलझतीं। बातचीत की मेज पर सुलझती हैं। भारत ने हमेशा कोशिश की है कि ऐसे मंच पर चर्चा के बाद ही रास्ता निकले जहां दोनों पक्षों के लोग मौजूद हों। मैं राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा किए जा रहे प्रयासों का स्वागत और समर्थन करता हूं और मेरी कामना है कि राष्ट्रपति ट्रंप जल्द से जल्द इन प्रयासों में सफल हों और दुनिया में शांति के रास्ते खुलें।
पीएम मोदी ने भी कहा, ‘एक और 11’
भारत-अमेरिका साझेदारी के बारे में बोलते हुए मोदी ने कहा भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी मानवता को बहुत लाभ पहुंचाएगी। ट्रंप हमें मेक अमेरिका ग्रेट अगेन की याद दिलाते हैं। इसी तरह 2047 तक भारत को विकसित देश बनाना 1.4 अरब भारतीयों की आकांक्षा और संकल्प है। हमारी यात्रा का मतलब ‘एक और एक 11’ है। जो मानवता के लिए मिलकर काम करेंगे।