- मौनी अमावस्या पर महादेवघाट में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
रायपुर। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर एक ओर जहां करोड़ों भक्त प्रयागराज तीर्थ में पुण्य त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं तो वहीं राजधानीवासियों ने आज तडक़े महादेवघाट स्थित खारून नदी पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। महादेवघाट में आज तडक़े से ही मेले जैसा माहौल देखने को मिला।
मौनी अमावस्या का सनातन धर्म में काफी महत्व बताया गया है। जानकारों ने बताया कि आज के दिन ब्रम्ह मुहुर्त में पवित्र सरोवर, पोखरों, नदियों व संगम में स्नान करने से प्रारब्ध के कई पाप कट जाते हैं। इसके अलावा जाने-अनजाने में हुए पापकर्म की क्षमायाचना करते हुए सच्चे मन से प्रायश्चित कर मां गंगा का ध्यान कर स्नान, दान व पूजा-पाठ करने से भी पापकर्मों से मुक्ति मिलती है। आज के दिन दान का भी काफी महत्व बताया गया है। आज के दिन किए गए पुण्य कार्य कई गुना फल प्राप्त होता है। यदि यही मौनी अमावस्या सोमवार के दिन पड़ जाता है तो इसका फल 100 गुना हो जाता है। यही वजह है कि आज खारून नदी में पुण्य व अमृत स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक थी कि यहां अघोषित मेला लग गया है। खारून नदी में स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने बाबा हाटकेश्वर महादेव का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद दान आदि कर देवालयों का दर्शन किया। महादेवघाट में आज सुबह बुजुर्गों से लेकर बच्चों में भी गजब का उत्साह देखा गया। सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था यहां बढ़-चढक़र नजर आई। श्रद्धालुओं हर-हर गंगे और महादेव के जयकारे लगाते हुए स्नान किया।