राजनांदगांव। काफी विचार के बाद आखिर कांग्रेस ने राजनांदगांव नगर निगम महापौर उम्मीदवार के रूप में युवा नेता निखिल द्विवेदी के नाम पर मुहर लगाई है. और वहीं भाजपा ने पूर्व सांसद व पूर्व महापौर मधुसूदन यादव को मैदान में उतारा है. राजनांदगांव विधानसभा से डॉ. रमन सिंह विधायक हैं. विधानसभा अध्यक्ष भी हैं. इस लिहाज से राजनांदगांव का चुनाव हाईप्रोफाइल माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि राजनांदगांव नगर निगम महापौर का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला । वही कांग्रेस भी यहां अपने 38 वर्ष के यूवा प्रत्याशी निखिल द्विवेदी के जीत का परचम लहराने के लिए पूरी जोर लगाने वाली है।
निखिल द्विवेदी विकास को लेकर जनता के बीच उतरेंगे
कांग्रेस महापौर प्रत्याशी निखिल द्विवेदी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है. वे भरोसे पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे. वहीं निखिल द्विवेदी का भाजपा उम्मीदवार मधुसूदन यादव को लेकर कहना है कि पूर्व महापौर ,पूर्व सांसद का छाप जरूर उनके साथ है, लेकिन पिछला विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही उनकी जननायक की छवि खत्म हो चुकी है. उन्होंने ये भी कहा कि राजनांदगांव में जब भी कोई चुनाव आता है तो सिर्फ मधुसूदन यादव को ही सामने लाया जाता है. इनके पास राजनादगांव में कोई ओर नेता नहीं है, जिसे चुनाव मैदान में मौका दिया जाए. निखिल द्विवेदी का कहना है कि उनके पास राजनादगांव नगर निगम अंतर्गत विकास का एक विजन है. इसी विजन को लेकर वे जनता के बीच जाएंगे।
ज्ञात हो कि निखिल द्विवेदी युवाओं की पहली पसंद है साथ ही राजनांदगांव में निखिल द्विवेदी का अपना एक अलग वर्चस्व और व्यक्तिगत संबंध है। साथ ही राजनांदगांव की जनता के बीच काफी अच्छी छवि है। वहीं निखिल द्विवेदी वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रदेश सचिव का दायित्व बखूबी निभा रहे हैं। पूर्व में वो काफी अहम और महत्वपूर्ण पदों पर अपनी भूमिका और श्रेष्ठता सिद्ध कर चुके हैं। पूर्व कांग्रेस कार्यकाल में वे पर्यटन मंडल सदस्य, यूवा कांग्रेस मीडिया चेयरमैन, एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव आदि पदों पर अपनी योग्यता सिद्ध कर चुके हैं।
मधुसूदन यादव राजनांदगांव विधायक वह विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह के काफी करीबी है :-
मधुसूदन यादव को राजनांदगांव विधानसभा विधायक डॉ. रमन सिंह . विधानसभा अध्यक्ष भी हैं. डॉ. रमन सिंह का काफी करीबी माना जाता है, जिसका लाभ उन्हें पहले भी अपने राजनीतिक करियर में मिलता रहा है. वे सांसद और महापौर पूर्व में रह चुके हैं. नगर निगम में सत्ता बरकरार रखने के लिए भाजपा ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है।