रायपुर। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) का 7वां संस्करण 11 दिसंबर, 2024 को रायपुर में अमिटी यूनिवर्सिटी में शुरू होगा। साथ ही देशभर 51 केंद्रों पर भी इसका प्रारंभ होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। अमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ में एसआईएच की मेजबानी करेगी। इस अत्यधिक प्रत्याशित कार्यक्रम में तेरह राज्यों की 31 टीमें, जिसमें 186 प्रतिभागी (103 पुरुष और 83 महिलाएं), 28 मेंटरों की देखरेख में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम को उद्योग और अकादमिक दोनों क्षेत्रों के विशेषज्ञों सहित 15 प्रतिष्ठित जूरी सदस्यों की उपस्थिति से और समृद्ध किया जाएगा, जो प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करेंगे।
एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य छात्रों को दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए मंच प्रदान करके उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, छात्र दल मंत्रालयों/विभागों/उद्योगों द्वारा दिए गए समस्या सुझावों पर काम करेंगे या 17 विषयों में से किसी पर भी छात्र नवाचार श्रेणी में अपना विचार प्रस्तुत करेंगे।
एआईएच 2024 के लिए 54 मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों और उद्योगों द्वारा 250 से अधिक समस्याओं के बारे में विचार प्रस्तुत किए गए हैं। इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है, जो एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2247 से अधिक हो गई है, जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है। संस्थान स्तर पर एआईएच 2024 में 86,000 से अधिक टीमों ने भाग लिया है और लगभग 49,000 छात्र टीमों (प्रत्येक में 6 छात्र और 2 संरक्षक शामिल हैं) को राष्ट्रीय स्तर के चरण के लिए इन संस्थानों द्वारा अनुशंसित किया गया है। एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों/सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है।
पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र और विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती हुई प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।
एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है, छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है। इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क है। इस नेटवर्क के पोर्टल (https://alumni.mic.gov.in/) पर परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां उपलब्ध हैं। एसआईएच पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप सहित आज तक 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।