प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज की पावन धरती पर 12 वर्षों बाद 2025 में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। महाकुंभ की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। आधिकारिक अनुमान के अनुसार, महाकुंभ मेले में लगभग 43 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान है।
व्यापक तैयारियां चल रही हैं और संगम से लेकर महाकुंभ तक सभी विकास गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।
महाकुंभ मेला 2025 की तैयारियों की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस आयोजन में शामिल होने वाले भारत और विदेश के तीर्थयात्रियों के लिए एक सहज अनुभव प्रदान करें।
रिपोर्ट के अनुसार, पीडब्ल्यूडी ने भी अपनी रफ्तार बढ़ा दी है और पांटून पुलों के साथ-साथ सडक़ों के रेनोवेशन के काम में भी तेजी देखने को मिल रही है। एक दिसंबर तक लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की ओर से 27 रोड्स का रिन्यूअल किया जा चुका है। जबकि, बाकी रोड्स के रिन्यूअल का काम 10 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी तरह 17 रोड्स के सौंदर्यीकरण का कार्य भी 5 दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि पीडब्ल्यूडी के पास कुल 89 परियोजनाएं हैं, जिसमें से करीब 60 परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि शेष 10 दिसंबर तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है।
बीते बुधवार को सीएम योगी महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की थी और आश्वासन दिया था कि आयोजन की सभी व्यवस्थाएं तय समय से एक महीने पहले 10 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएंगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज आएंगे। यहां पीएम मोदी मां गंगा की आरती करेंगे और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। सीएम के अनुसार, प्रधानमंत्री डिजिटल कुंभ पर एक प्रेजेंटेशन भी देखेंगे और आयोजन की भव्यता बढ़ाने के लिए तैयार किए गए कार्यों का निरीक्षण करेंगे।