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कमजोर और प्रतिभाशाली छात्रों के लिए विशेष पहल: परीक्षा परिणाम सुधार पर रणनीति तैयार

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  • परीक्षा परिणाम सुधार के लिए ब्लू प्रिंट आधारित कार्ययोजना: कलेक्टर के निर्देश पर आयोजित
  • ब्लू प्रिंट आधारित कार्ययोजना से चमकेगा शिक्षा का भविष्य: कलेक्टर के मार्गदर्शन में विशेष बैठक संपन्न

कवर्धा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश में शिक्षा गुणवत्ता के साथ परीक्षा परिणामों में सुधार के निर्देश दिए है। इसी कड़ी में जिले में शैक्षिक गुणवत्ता को मजबूत करने और हाई स्कूल एवं हायर सेकंडरी परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए कलेक्टर गोपाल वर्मा के निर्देश पर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल, रानी दुर्गावती चौक में एक विशेष बैठक सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी योगदास साहू की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में चारों विकासखंडों से 128 विषय विशेषज्ञ शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य ब्लू प्रिंट आधारित परीक्षा प्रणाली को लागू करना और छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देकर बेहतर परीक्षा परिणाम सुनिश्चित करना है। इस कार्यशाला में जिला कार्यालय से सहायक संचालक द्वय एम.के.गुप्ता, यू. आर.चन्द्राकर, सतीश यदु एम.आई.एस., प्रशासक एवं विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी स.लोहरा संतोष भास्कर, कवर्धा संजय जायसवाल, बोडला एस.एल.पन्द्रो? और पण्डरिया महेन्द्र गुप्ता विकासखंड नोडल अधिकारी ने विषय विषय विशेषज्ञयो से आवश्यक चर्चा की।
बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निर्देशित इस बैठक में माक ड्रिल, अर्धवार्षिक परीक्षा, और प्री-बोर्ड परीक्षा की रणनीति तैयार की गई। अर्धवार्षिक परीक्षा 9 से 16 दिसंबर 2024 और प्री-बोर्ड परीक्षा 16 से 22 जनवरी 2025 तक आयोजित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। विशेषज्ञों ने ब्लू प्रिंट आधारित प्रश्न पत्र निर्माण की प्रक्रिया, प्रश्नों के अंक विभाजन, कठिनाई स्तर, और उत्तर लेखन कला के महत्व पर प्रकाश डाला। शिक्षकों को निर्देशित किया गया कि वे छात्रों को प्रश्न पत्र की संरचना और शब्द सीमा के बारे में विस्तृत जानकारी दें। कमजोर और प्रतिभाशाली छात्रों पर विशेष ध्यान बैठक में कमजोर छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालित कर उपचारात्मक शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए गए। जिला शिक्षा अधिकारी योगदास साहू ने कहा, कमजोर छात्रों को विशेष ध्यान देकर उन्हें मुख्य धारा में लाना हमारी प्राथमिकता है। वहीं, प्रतिभाशाली छात्रों को राज्य की मेरिट सूची में स्थान दिलाने के लिए विशेष मार्गदर्शन सत्र आयोजित करने की रणनीति बनाई गई। शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण का खाका तैयार-बैठक में यह तय किया गया कि 2 और 3 दिसंबर को विकासखंड स्तर पर चयनित विषय विशेषज्ञों द्वारा शिक्षकों को ब्लू प्रिंट आधारित प्रश्न पत्र निर्माण और परीक्षा संचालन पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को ब्लू प्रिंट की बेहतर समझ और शिक्षा उन्नयन के लिए नवाचारों से अवगत कराना है।
विशेषज्ञों के अनुभव और शिक्षा में सुधार की पहल
बैठक के दौरान प्रमोद शुक्ला, संजय कैवर्त, ओंकार गुप्ता, चंद्र विजय जैन, और अनिल महोब ने कठिनाई स्तर, विषयवस्तु और परीक्षा उद्देश्यों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को प्रश्न पत्र निर्माण में कुशल बनाना जरूरी है ताकि छात्र बेहतर तरीके से परीक्षा की तैयारी कर सकें।
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों से अपील की कि वे मेरा पढ़ाया बच्चा फेल नहीं हो सकता के विचार के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस कार्ययोजना का उद्देश्य केवल परीक्षा परिणाम सुधारना नहीं है, बल्कि छात्रों का आत्मविश्वास और शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाना है। कार्यक्रम के अंत में यह विश्वास जताया गया कि समर्पण और अनुशासन के साथ जिले के परीक्षा परिणामों में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकता है।