रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने कांग्रेस नेता धनेन्द्र साहू द्वारा रबी फसल को लेकर दिए गए बयान को सफेद झूठ करार देते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है, जिसमें धान बोने पर प्रतिबंध लगाया गया है या धान बोने पर 50 हजार रू. का जुर्माना लगाने की बात हो। श्री बजाज ने कहा कि धनेंद्र साहू अफवाह फैलाकर किसानों की झूठी वाहवाही लेने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा नेता श्री बजाज ने कहा कि धमतरी व बालोद जिले के कुछ गाँवों में भू-जल स्तर गिरने के कारण किसानों ने धान नहीं बोने का फैसला किया है। चूँकि धान की फसल में पानी की खपत काफी अधिक होती है, इसीलिए किसानों ने रबी सीजन में कम पानी में पकने वाली फसलें यानी दलहन-तिलहन की फसल लेने का निर्णय लिया है। यह गाँव वालों का स्वयं का निर्णय है। इस निर्णय से सरकार का कोई सरोकार नही है। श्री बजाज ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार दलहन-तिलहन की खेती को बढ़ावा दे रही है। इसी के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने इस वर्ष अरहर के न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रति क्विंटल 550 रुपए, उड़द के मूल्य में प्रति क्विंटल 450 रुपए, मूंगफली के मूल्य में प्रति क्विंटल 406 रुपए. सूरजमूखी के मूल्य में प्रति क्विंटल 52 रुपए, तिल के मूल्य में प्रति क्विंटल 632 रुपए तथा नाईजरसीड के मूल्य में प्रति क्विंटल 983रुपए की वृद्धि की है ताकि इन फसलों के प्रति किसानों का रूझान बढ़े। श्री बजाज ने कहा कि दलहन-तिलहन की खेती को प्रोत्साहन देने का अर्थ यह नहीं है कि धान की खेती को हतोत्साहित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के किसान जागरूक हैं तथा नफा-नुकसान के मद्देनजर कब, कौन-सी फसल लेनी है, यह भलीभाँति जानते हैं। श्री बजाज ने कहा कि पूर्व मंत्री साहू अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस पाने के लिए भाजपा सरकार के खिलाफ झूठी अफवाह फैला रहे हैं।