रायपुर। भारत एजुकेशन एक्सपो 2024 शिक्षा क्षेत्र का एक भव्य संगम है और छात्रों, विद्वानों और शिक्षा पेशेवरों के लिए किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है ….श्री योगेंद्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा मंत्री उत्तरप्रदेश
जैसे-जैसे हमारी जरूरतें और समस्याएं बदलते समय के साथ बदलती हैं, शिक्षा प्रणाली में भी बदलाव अपरिहार्य है… प्रो. डी.पी. सिंह पूर्व यूजीसी अध्यक्ष और टीआईएसएस चांसलर
उत्तर प्रदेश के माननीय उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने भारत एजुकेशन एक्सपो 2024 के उद्घाटन में कहा कि उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीएनआईडीए) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम ,भारत में शिक्षा क्षेत्र के भविष्य के बारे में जानने के लिए एक शक्तिशाली मंच है। इंडिया एजुकेशन एक्सपो 2024 शिक्षा क्षेत्र का एक भव्य संगम है और छात्रों, विद्वानों और शिक्षा पेशेवरों के लिए किसी तीर्थ स्थल से कम नहीं है’।
उद्घाटन कार्यक्रम के विशेष अतिथि प्रो. डी.पी. सिंह, पूर्व यूजीसी अध्यक्ष एवं टी.आई.एस.एस. चांसलर ने शिक्षा प्रणाली एवं नीतियों के बारे में जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की घोषणा से पूर्व वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने मिलकर वैश्विक समस्याओं को ध्यान में रखते हुए 17 नए सतत विकास लक्ष्य (एस.डी.जी.) तैयार किए थे, जिनका उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक विकास एवं वैश्विक सहयोग पर ध्यान केन्द्रित करते हुए मानवता एवं प्रकृति के संतुलित विकास हेतु एक समग्र योजना तैयार करना था। भारत भी इन लक्ष्यों पर हस्ताक्षरकर्ता रहा है तथा हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी नीतियों एवं कार्यों में इन लक्ष्यों को प्रभावी रूप से अपनाएं। हालांकि, एक बड़ी चुनौती यह है कि नागरिकों में सतत विकास लक्ष्यों के प्रति जिम्मेदारी की भावना कैसे उत्पन्न की जाए, क्योंकि दुनिया भर में लोग विभिन्न सीमाओं, जाति, पंथ आदि के आधार पर विभाजित हैं। इस विभाजन के कारण लोग प्रायः एक-दूसरे से अलग-थलग महसूस करते हैं तथा वैश्विक समस्याओं के प्रति उनकी जिम्मेदारी की भावना कमजोर होती है। इस समस्या का उचित समाधान जन समुदाय में वैश्विक नागरिकता की भावना उत्पन्न करना है।
श्री रावतपुरा सरकार लोककल्याण ट्रस्ट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री श्याम सुंदर बजाज एवं ट्रस्ट के सेकेट्री श्री अतुल कुमार तिवारी तीन दिन के इस एक्सपो में शामिल हुए।
इस शैक्षिक एक्सपो में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के कुलपति, संस्थानों के प्रमुख, प्रख्यात शिक्षाविद और उद्योग जगत की हस्तियां एकत्रित हुईं, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य से श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय इस एक्सपो का हिस्सा बना, जहां विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर श्री हर्ष गौतम, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ सौरभ कुमार शर्मा भारत के विभिन्न राज्यों के छात्रों, प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की और 143 रोजगारपरक पाठ्यक्रमों की जानकारी दी गई। इस एक्सपो में तीन दिन में लगभग पचास हज़ार से अधिक स्टूडेंट्स एवं प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।