रायपुर। नवा रायपुर में तीन दिवसीय भव्य छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आयोजन किया गया, लेकिन इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर न होने से विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए इसे छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा का अपमान बताया है. नेताप्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी को छत्तीसगढ़ महतारी की इज़्ज़त नहीं है. इन्हें न संस्कृति, न हमारे परंपरा, छत्तीसगढ़ियों के अचार-विचार किसी की इज़्ज़त नहीं है. जिनकी सेवा कर रहे हैं उनकी ही तस्वीर नहीं है. यह बयान उन्होंने रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए जनसंपर्क अभियान के दौरान दिया. इसके साथ ही उन्होंने अन्य मुद्दों पर भी बयान दिया है।
धर्मांतरण पर उपमुख्यमंत्री के बयान का पलटवार
धर्मांतरण के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव के बयान पर नेताप्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पलटवार करते हुए कहा कि धर्मांतरण की परिभाषा क्या है, यह मंत्री बताएं. संविधान के अनुसार अगर कोई व्यक्ति पूजा करता है या मंदिर-मस्जिद जाता है, तो उसे धर्मांतरण का नाम देकर कांग्रेस को बदनाम करते है ,ये उचित नहीं है।
चुनाव में धार्मिक मुद्दों के उपयोग पर महंत की आपत्ति
महंत ने चुनाव के दौरान धार्मिक बाबाओं और संतों के छत्तीसगढ़ दौरों पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि धार्मिक एजेंडे पर काम नहीं करना चाहिए, हमारा लोकतंत्र है, संविधान है. उन्हें लोकतंत्र, भाईचारा और एकता के नाम से वोट मांगना चाहिए. तब सही चुनाव कहा जाएगा है।
रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए जनसंपर्क अभियान में निकले नेता प्रतिपक्ष महंत ने ब्राह्मण समाज के लोगों से मुलाकात की और कहा कि “पहली बार ब्राह्मण युवा के लिए समाज से आशीर्वाद लेने निकले हैं. इनके पारिवारिक संबंधी के अनुसार प्रत्याशी हमने दिया. माहौल देखकर प्रसन्नता हुई. सबके आशीर्वाद से प्रत्याशी को विजय प्राप्त होगा।
महंत ने उपचुनाव के मुद्दों पर भी सरकार को घेरा और कहा, “यहां की गलियों और नालियों की हालत पांच साल पहले जैसी ही है, कोई सुधार नहीं हुआ है. ब्रजमोहन जी मंत्री रहे हैं, लेकिन क्षेत्र की स्थिति जस की तस बनी हुई है।