हैदराबाद। भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने एक बार पुन: अपनी परिचालन उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हुए स्थापना के बाद अक्टूबर माह का अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया है ।
कंपनी द्वारा लौह अयस्क के प्रभावशाली 4.07 मिलियन टन (एमटी) उत्पादन और 4.03 एमटी बिक्री के साथ पूर्व में स्थापित अक्टूबर माह के सभी रिकार्डों को पार किया है, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पादन में
3.8% की बढ़ोतरी और बिक्री में 17.15% की वृद्धि को दर्शाता है । इस उल्लेखनीय उपलब्धि से एनएमडीसी के वित्तवर्ष 25 के संचित आँकड़े उत्पादन में 21.55 एमटी और बिक्री में 23.84 एमटी पर पहुँच गए हैं, जो कि देश
में लौह अयस्क की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है । श्री अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) ने एनएमडीसी के उल्लेखनीय प्रदर्शन का श्रेय इसकी अटूट प्रतिबद्धता को दिया है और कहा, “उत्पादन में 3.8% की वृद्धि और बिक्री में 17.15% की वृद्धि के ये रिकार्ड-तोड़ आँकड़े हमारे नीतिगत निर्णयों, प्रौद्योगिकी उन्नति और दीर्घ-कालिक फोकस की सफलता को दर्शाता है । हम हमारे प्रदर्शन का निरंतर मूल्यांकन करते हैं और इस गति के साथ इस वित्त वर्ष में हमारे सर्वोत्तम प्रदर्शन के प्रति हम आश्वस्त हैं ।”
उत्पादन वॉल्यूम में वृद्धि सावधानीपूर्वक बनाई गई माइन योजना से प्राप्त हुई जबकि उल्लेखनीय बिक्री आँकड़े का श्रेय बढ़ती मांग और ग्राहकों के द्वारा निरंतर क्रय करने को जाता है । उत्पादन क्षमता बढ़ाने, लौह अयस्क की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करने, और पर्यावरणीय सुस्थिर प्रथाओं को अपनाने में एनएमडीसी के फोकस ने जिम्मेदार खनन के प्रति इसके समर्पण को मजबूत किया है । निगम भारत के खनन क्षेत्र के विकास में योगदान देने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ है, जो कि इस उद्योग के मजबूत भविष्य के इसके मिशन के साथ संरेखित करता है । इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत एक नवरत्न पीएसयू के रूप में एनएमडीसी भारत की इस्पात उत्पादन की मांगों की पूर्ति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
अपने निरंतर मजबूत प्रदर्शन के साथ एनएमडीसी खनन क्षेत्र में विकास और सुस्थिरता को लाने के लिए प्रतिबद्ध है ।