- एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की दो दिवसीय संभाग स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ
जगदलपुर। कमिश्नर डोमन सिंह ने कहा कि पूरे खेल भावना के साथ खिलाड़ी खेल को खेले और सफल हो। खेल एक ऐसी विधा है जिसकी लोकप्रियता बहुत है, जिसमें खिलाड़ियों को सम्मान, प्रसिद्धि, लोकप्रियता मिलती है साथ ही एक रोल मॉडल के रूप में कई खिलाड़ी लोग उसका अनुसरण करते हैं। एकलव्य विद्यालय के खिलाड़ी भी अपना बेहतर प्रदर्शन करें, संभाग का नाम रौशन करें, राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करें। उक्त उद्वोधन कमिश्नर श्री सिंह ने भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की खेल महोत्सव 2024-25 अन्तर्गत दो दिवसीय संभाग स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का धरमपुरा स्थित क्रीड़ा परिसर में शुभारंभ के अवसर पर दिया। उन्होंने संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल हो रहे स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए जिलों से चयनित होकर आने के लिए शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में सीसीएफ आरसी दुग्गा ने कहा कि खेल की हर गतिविधि में युवाओं को हिस्सा लेना चाहिए साथ ही खेल या जीवन में हमारा लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए, कुछ करके दिखाने की भावना से कई खिलाड़ी अपना बेहतर प्रदर्शन करते हैं। कलेक्टर श्री हरिस एस ने कहा कि एकलव्य विद्यालय में विभिन्न शिक्षण गतिविधियों के साथ बच्चों के व्यक्तित्व के विकास के लिए कई गतिविधि संचालित किया जाता है। इसी क्रम में खेल भी एक हिस्सा है, खेल गतिविधि भी सामुदायिकता की भावना का विकास करने में सहायक है।
कार्यक्रम में अतिथियों ने मां दंतेश्वरी, छतीसगढ़ महतारी और मां सरस्वती की छायाचित्र में पुष्पहार अर्पितकर और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किए। एक खिलाड़ी ने खेल नियमों के तहत प्रतियोगिता में शामिल होने हेतु शपथ दिलाई। कमिश्नर ने 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में सीटी बजाकर प्रतियोगिता का औपचारिक शुरुआत किए। ज्ञात हो कि भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की खेल महोत्सव 2024-25 अन्तर्गत दो दिवसीय संभाग स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता धरमपुरा स्थित क्रीड़ा परिसर में संभाग के लगभग एक हजार खिलाड़ी 27 खेल विधा में भाग ले रहे है। शुभारंभ के अवसर पर जिला पंचायत सीईओ प्रकाश सर्वे, आयुक्त नगर निगम हरेश मंडावी, एसडीएम जगदलपुर भरत कौशिक, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास नरेश शोरी सहित आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, एकलव्य विद्यालयों के खेल शिक्षक और खिलाड़ी उपस्थित थे।