झांसी। कटरा जैन मंदिर झांसी में परम पूज्य आचार्य श्री विशद सागर जी के सानिध्य में उनके परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री विशाल सागर जी महाराज ने उत्कृष्ट विधि से दो माह पूर्ण होने पर अपने हाथो से केशलोंच संपन्न किए।
केशलोंच दिगंबर साधु की एक कठिन परीक्षा है, निर्जल उपवास पूर्वक रहकर घास फूस की तरह हाथो से बालो को उखाड़ कर फेंकना शरीर से निर्ममत्व होने की यह कठिन साधना है।
मुनि विशाल सागर जी महाराज 13 जुलाई से 22 सितम्बर तक त्रिकालवर्ती तीर्थंकर व्रत-उपवास की साधना कर रहे है, कभी 72 घण्टे बाद कभी 96 घण्टे बाद भी जब मुनि श्री जब आहार चर्या में निकलते थे तो अल्पाहार ही ग्रहण करते हैं।
मुनि श्री विशाल सागर जी महाराज 22 सितम्बर 2024 को आहार की बेला में 72 दिन बाद अन्न ग्रहण करेंगे । बिना अन्न के 72 दिन निकालना व 72 घण्टे निर्जल उपवास के बाद भी केशलोंच करना पंचम काल में चतुर्थ काल के साधुओं की स्मृति दिला देती है।
मुनि श्री की लगातार 72 दिन के अनशन ऊनोदर तप-त्याग भरी साधना को शत शत नमन । धन्य हैं ऐसे मुनिराज एवं उनकी मुनिचर्या।
—ब्र.प्रदीप भैय्या (संघस्थ)