रायपुर। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय पर्यटन सर्वेक्षण एवं पर्यटन आँकड़े संकलन के संबंध में एक कार्यशाला आयोजित की गई।इस कार्यशाला में पर्यटन विकास हेतु राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों, होटल,रिसॉर्ट एवं अन्य स्थलों में आने वाले घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों का डाटा कलेक्शन, उसका महत्व और टूरिज्म बोर्ड की भूमिका पर प्रकाश डाला गया । इस कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य और उप महाप्रबंधक संदीप ठाकुर जी के मार्गदर्शन में किया गया। पर्यटन मंत्रालय नई दिल्ली से सहायक निदेशक अमित कुमार एवं ज्योति रंजन मजूमदार, वरिष्ठ सलाहकार (NPC) ने टूरिस्ट डाटा कलेक्शन की विभिन्न तकनीकों का प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला के प्रथम दिन के अंतिम सत्र में छत्तीसगढ़ शासन पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी. ने समस्त टीम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के पर्यटन की ब्रांडिंग और पर्यटकों को समुचित जानकारी देने पर केंद्रित होना चाहिए। पर्यटन सर्वेक्षण और आंकड़ों के संकलन का भी यही मकसद है कि हम अधिक से अधिक पर्यटकों को छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित कर सकें।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए। इसके तहत स्थानीय लोगों को समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान करना, स्थानीय गाइड की नियुक्ति करना, और पर्यटकों के साथ एक अच्छा संवाद स्थापित करना आवश्यक है, ताकि वे यहाँ से एक बेहतरीन अनुभव लेकर जाएँ और भविष्य में दोबारा छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों पर आने की योजना बनाएं।
अन्बलगन पी. ने पर्यटन बोर्ड के अंतर्गत आने वाले सभी होटलों को एकीकृत सॉफ़्टवेयर से जोड़ने की योजना पर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस सॉफ़्टवेयर के माध्यम से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है या नहीं, और हमें भविष्य में किस दिशा में और प्रयास करने चाहिए इसमें मदद मिलेगी ।