नई दिल्ली। पेरिस पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले भारतीय पैरा एथलीटों के लिए नगद पुरस्कार की घोषणा की गई है. केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को नगद पुरस्कार की घोषणा किया है. हाल ही में संपन्न खेलों में भारत ने अपने इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और सात स्वर्ण सहित कुल 29 पदक जीते हैं. पेरिस में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 75 लाख रुपए, रजत पदक विजेता को 50 लाख रुपए और कांस्य पदक विजेता को 30 लाख रुपए देने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा मिश्रित टीम में पदक विजेताओं को 22.5 लाख रुपए दिए जाएंगे।
विजेताओं का घर पर किया गया स्वागत
भारतीय पैरा एथलीटों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने पैरालंपिक खेलों के इतिहास में 50 पदक का आंकड़ा भी पार कर लिया है. मंगलवार को घर लौटने पर पेरिस पैरालिंपिक पदक विजेताओं का सैकड़ों प्रशंसकों ने फूलों, माला और मिठाइयों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया है. भारत ने पेरिस पैरालिंपिक में अपना ऐतिहासिक अभियान सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य सहित 29 पदकों के साथ समाप्त किया।
‘लॉस एंजिल्स पैरालंपिक में अधिक पदक जीतने के लिए पूरा समर्थन’
मनसुख मंडाविया ने साल 2028 लॉस एंजिल्स पैरालिंपिक में अधिक पदक जीतने के लिए पैरा एथलीटों को पूर्ण समर्थन और सुविधाएं प्रदान करने का भी वादा किया है. उन्होंने कहा कि देश पैरालंपिक और पैरा खेलों में आगे बढ़ रहा है. साल 2016 में चार पदकों में से भारत ने टोक्यो में 19 और पेरिस में 29 पदक जीते और 18वें स्थान पर रहा. हम अपने सभी पैरा एथलीटों को सभी सुविधाएं प्रदान करेंगे ताकि हम साल 2028 लॉस एंजिल्स पैरालिंपिक में अधिक पदक और स्वर्ण पदक जीत सकें।
भारत ने तोड़ा टोक्यो का रिकॉर्ड
साल 2024 का पेरिस पैरालिंपिक भारत के लिए सबसे सफल पैरालिंपिक साबित हुआ है. टोक्यो पैरालिंपिक 2020 भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक रहा है. भारत ने 54 एथलीट भेजे और 19 पदक जीतने में सफल रहा. जिसमें पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक शामिल हैं. भारत ने अपना 20वां पदक जीतकर टोक्यो पैरालिंपिक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इसके अलावा भारत ने सात स्वर्ण जीतकर टोक्यो के पांच स्वर्ण के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।