मुख्य सचिव सहित सूडा के आला अधिकारियों से भी हुई लिखित शिकायत
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार अपने चरम पर
रायपुर। नगरीय निकाय एवं विकास विभाग सूडा द्वारा भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना अमृत मिशन 2.0 में जल प्रदाय योजना के 350 करोड़ के काम देने में टेंडर प्रक्रिया में व्यापक रूप से घोटाला किया गया जिसमें सूडा के अधिकारियों द्वारा टेंडर में भाग लेने हेतु बनाए गए मापदंडों में फेर बदल करते हुए ठेकेदार से पार्टनरशिप करते हुए उन्हें 350 करोड़ के कार्य दिए गए इसी मामले में शिकायतकर्ता प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार अमित गौतम द्वारा आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर लिखित शिकायत सौंपी गई । साथ ही प्रदेश के मुख्य सचिव सूड़ा विभाग के डायरेक्टर, सीईओ को भी लिखित में इस विषय में शिकायत पत्र दिया गया है ।
अधिकारियों द्वारा योजना की परवाह न करते हुए अपनी जेब भरने में लगातार व्यस्त रहे जिससे प्रदेश के बहुत से निकायों में अपात्र ठेकेदारों को भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों द्वारा कार्य दिया गया ऐसे अधिकांश ठेकेदारों द्वारा अभी तक अमृत मिशन योजना के कार्य को प्रारंभ तक नहीं किया गया है…… जिससे शासन को करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद भी इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ आम जनता को अब तक नहीं मिल पाया है ।
इस दिशा में पूर्व में भी शिकायत की गई थी जिसपर विभाग के उदासीन अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई, शिकायतकर्ता द्वारा इससे क्षुब्ध होकर राज्य आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो में इस मामले की लिखित शिकायत की गई और साथ ही यह भी कहा गया कि एक जांच टीम बनाकर इस विषय में तत्काल एफ आई आर दर्ज करने की कार्यवाही भी की जाए ।
इस भ्रष्टाचार में संलिप्त सूडा एवं निगम के अधिकारियों द्वारा अमृत मिशन 2.0 के कार्य हेतु ज्वाइंट वेंचर को टेंडर प्रक्रिया हेतु अनुमति प्रदान की गई जिसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि ज्वाइंट वेंचर में सम्मिलित दोनों पार्टनर को जलप्रदाय के समस्त घटकों को कार्य का अनुभव होना अति आवश्यक है किंतु तकनीकी मूल्यांकन हेतु दोनों पार्टनर का अनुभव मिलाकर पूर्ण किया गया जो की टेंडर में उल्लेखित नियमों के साथ विरुद्ध है । अधिकारियों द्वारा अमृत मिशन 2.0 के जलप्रदाय योजना के कार्य अपने चाहते ठेकेदारों को देने हेतु टेंडर प्रक्रिया में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई जो की गंभीर भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है ।
नगर निगम बिरगांव रायपुर में जलप्रदाय योजना का कार्य मेंसर्स सरस्वती हरि इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है किंतु एजेंसी द्वारा अभी तक इस योजना को पूर्ण नहीं किया गया । स्पष्ट रूप से योजना में अभी भी दो नग उच्च जलागार,6 किलोमीटर पाइप लाइन, वाटर मीटर स्थापना कार्य में लाइन का इंटर कनेक्शन कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है तथा योजना का मरम्मत एवं संधारण कार्य अभी तक पूर्ण नहीं किया गया है,कार्य पूर्ण न होने के पश्चात भी अधिकारियों द्वारा मिली भगत करके कार्य पूर्णता का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है ।
इस तरह से व्यापक रूप से हुए इस भ्रष्टाचार में शिकायतकर्ता प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार अमित गौतम द्वारा त्वरित कार्रवाई की मांग की गई है ताकि विभागों में हो रहे व्यापक भ्रष्टाचारों को रोका जा सके और आम जनता को शासन की योजनाओं का समय पर उचित लाभ मिल सके ।