रायपुर। राजधानी रायपुर और पड़ोसी शहर भिलाई में वायु प्रदूषण के हॉट स्पॉट बन रहे हैं। यह जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी परफॉरमेंस रिपोर्ट के आधार पर सामने आई है। खास बात ये है कि, ये दोनों शहर देश के गंभीर वायु प्रदूषण वाले एनसीपीए शहर हैं। यही नहीं, इन शहरों में प्रदूषण कम करने के इरादे से कई तरह के काम किए जा रहे हैं। इन पर पिछले तीन साल में 131 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
अभी भी दावा किया जा रहा है अगले कुछ महीनों में वायु गुणवत्ता में सुधार कर उसे मानक स्तर पर ले आया जाएगा। यह जानकारी वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए बनी स्टेट लेवल मॉनिटरिंग एंड इम्पलीमेंटेशन कमेटी की तीसरी समीक्षा बैठक में सामने आई है। इस कमेटी में राज्य के आवास एवं पर्यावरण विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास, संबंधित नगरीय निकायों के आयुक्त, केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड से सांइटिस्ट से लेकर परिवहन विभाग के अधिकारी तक शामिल हैं।
भिलाई में नहीं सुधरे हालात
इधर पड़ोसी शहर भिलाई के संबंध में कहा गया है कि भिलाई अर्बन अग्लोमरेशन में पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। थोड़ा सुधार भी हुआ है। साछ ही गुड डेज की श्रेणी उच्च ही है। लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में अधिक सुधार नहीं हुआ है। जिसके मुख्य कारण अर्बन अग्लोमरेशन क्षेत्र में निर्माण कार्य, वाहनों के पंजीकरण में वृद्दि, आदि है। यहां भी दावा किया गया है कि अगले कुछ माह में वायु गुणवत्ता को सुधार लिया जाएगा।
अब तक खर्च हो चुके हैं 131 से करोड़ रुपए
रायपुर – मिलाई (दुर्ग जिला) में प्रदूषण के स्तर को कम करने और वायु को स्वच्छ बनाने आदि के लिए पिछले तीन साल 2020 से 2023 के बीच एक्सवीएफसी फंड 231 करोड़ 70 लाख रुपए मिले और इसमें से 131 करोड़ 55 लाख रुपए खर्च भी किए जा चुके हैं। रायपुर में प्रदूषण कम करने के लिए वॉल पेंटिंग, जनजागरूकता, कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। रायपुर में निगम द्वारा बायोमास के क्षेत्र में इंसीलेटर स्थापित कर रहे हैं। भिलाई में बताया गया है कि एक्शन प्लान में बताए गए 54 कार्यों पूरे हो चुके हैं, 14 कार्य चल रहे हैं, 17 अभी शुरू नहीं हुए हैं।
ये है रायपुर का हाल
समीक्षा बैठक में जानकारी सामने आई है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोरड द्वारा जारी परफॉरमेंस रिपोर्ट के अनुसार रायपुर नगर निगम क्षेत्र में पीएम 10 (प्रदूषण के स्तर का मानक) की मात्रा पिछले वर्ष की तुलना में काफी बढ़ी है। हालांकि गुड डेज की श्रेणी उच्च ही है। वायु प्रदूषण में बढोत्तरी की वजह ये बताई गई है कि अर्बन अग्लोमेरेशन क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्य, मुख्यतः जल आवर्धन योजना के कार्य, विद्युत केबल कार्य, सड़क निर्माण कार्य प्रमुख हॉट स्पॉट औद्योगिक इकाई तथा वाहनों के पंजीकरण में वृद्धि है। जो हॉट स्पॉट का रूप ले रहे हैं। इस बैठक में रायपुर नगर निगम की ओर से कहा गया है कि अनुमोदित कार्ययोजना के अनुसार काम किया जा रहा है। जिसे आगामी कुछ मीह में नियंत्रित कर वायुक गुणवत्ता मानक के अनुरूप लाया जाएगा।