विश्व परिवार परिवार द्वारा आचार्य संघ के सानिध्य में संपन्न हुआ 64 ऋद्धि विधान
झांसी। आचार्य श्री विशद सागर जी के महाराज के आशीर्वाद से उनके परम प्रभावक शिष्य मुनि विशाल सागर जी महाराज के निर्देशन में श्री दिगम्बर जैन सहस्त्रकूट जिनालय पंचायती मंदिर झाँसी में पूज्य आचार्य संघ के मंगल सानिध्य में आचार्य श्री विशद सागर जी महाराज द्वारा रचित चौंसठ ऋद्धि विधान का भव्य आयोजन हुआ। दैनिक विश्व परिवार झांसी-रायपुर के श्री प्रदीप जी जैन एवं उनके पारिवारिक जनो के सहयोग से यह विधान भारी धर्म प्रभावना के साथ सम्पन्न हुआ, आचार्य श्री ने अपने मंगल प्रवचन में कहा कि आज हमारी अवधारणा बनने लगी है छोटा परिवार सुखी परिवार ये नारे भी लगाते है, सरकार भी कहती है हम दो हमारे दो की संख्या सही अर्थात सीमित परिवार सुखी परिवार, आगामी समय की स्थिति यहां तक आ रही है हम दो हमारा एक और आगे बढ़े तो स्थिति यह न हो जाए कि हम दो हमारा एक भी नहीं। आचार्य श्री ने कहा कि आज जैन समाज की संख्या जिस कदर से घट रही है आने वाले समय में में जैन समाज कर क्या होगा ये एक चिन्तनीय विषय हैं उन्होंने कहा कि जैन विश्व परिवार के आठ भाई बहन हैं, उनका भरा पूरा परिवार है नाती पोते बहुएं हैं सभी ने मिलकर यह चौंसठ ऋद्धि पूजा विधान की आराधना की ऐसे परिवार एक दूसरे को समझते है एक दूसरे के सुख दुख में काम आते हैं यदि हम सोचते है कि हमारी सन्तान ज्यादा हो गई हैं तो उनको खिलाने -पिलाने पढ़ाई का शादी खर्चा कहाँ से आयेगा तो ये उनकी बड़ी भारी भूल है सभी सन्ताने अपना अपना पुण्य-पाप साथ लेकर आती है हमारे करने से कुछ नहीं होता हम तो बस निमित्त मात्र हैं।
विधान के दौरान विश्व परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे श्रीमती देवी जैन, श्रीमती पुष्पा जैन, श्री ज्ञानचंद जैन,श्री जिनेंद्र कुमार जैन, श्री सरल जैन,श्री प्रदीप कुमार जैन, श्री अमित जैन, श्री आलोक जैन, श्रीमती ममता जैन,श्रीमती मीना जैन,श्रीमती राखी जैन, श्रीमती अंजू जैन झांसी, श्रीमती नीलम जैन महरौनी,श्रीमती संध्या जैन अहमदाबाद, श्रीमती सुनीता जैन तुमसर, श्रीमती सुरुचि जैन तुमसर, श्रीमती रक्षा जैन जबलपुर,श्रीमती रंजना जैन आदि विश्व परिवार के सदस्य एवं समाज जन उपस्थित रहे।