रायपुर। विधानसभा और लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब छत्तीसगढ़ मं नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। संभावत: इसी साल के अंत तक यहां निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। लेकिन इस बीच डिप्टी सीएम अरुण साव के एक बयान ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी है। अरुण साव के बयान के बाद ये माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं।
दरअसल डिप्टी सीएम अरुण साव ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में वन नेशन-वन इलेक्शन की चर्चा हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार भी इसी दिशा में सोच रही है। निकाय-पंचायती चुनाव एक साथ कराए जाने को लेकर सुझाव मांगे गए हैं। राज्य सरकार ने एक कमेटी का भी गठन किया है, जो सुझावों पर विचार करके तय करेगी। म्युनिसिपल व पंचायती नियमों का भी अध्ययन करेंगे, जिसके बाद समिति की रिपोर्ट पर सरकार निर्णय करेगी।
नगरीय निकाय चुनाव में किन क्षेत्रों में होता है चुनाव
आसन भाषा में समझें तो नगरीय निकाय चुनाव में शहरी क्षेत्रों की जनता मतदान करती है और शहर सरकार का चुनाव करती है। नगरी निकाय चुनाव में नगर पालिका, नगर निगम और नगर पंचायत क्षेत्रों में चुनाव कराया जाता है। इस चुनाव में महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों का चुनाव किया जाता है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव क्या है
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत पंचायती राज के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत क्षेत्रों में चुनाव कराया जाता है। इसमें ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली जनता मतदान करती है और जिला, जनपद पंचायत अध्यक्ष, सरपंच और पंच का चुनाव करती है।