अंबिकापुर। सरगुजा जिले में उदयपुर ब्लॉक के साल्ही गांव में स्थित अडानी विद्या मंदिर ने इस बार 1 हजार विद्यार्थीयों का आंकड़ा पार कर लिया है। जिले के सुदूर आदिवासी अंचल के ग्राम साल्ही में परसा ईस्ट कांता बासेन कोयला खदान परियोजना के प्रभावित गांवों के आदिवासी लड़के और लड़कियों को कक्षा नर्सरी से 12 वीं तक की गुणवत्ता पूर्ण निशुल्क शिक्षा के लिए साल 2013 में स्थापित किया गया था। उस समय कुल 208 छात्रों के साथ इस स्कूल ने अपनी यात्रा शुरू की थी।
राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के सामाजिक सहभागिता के तहत अडानी फाउंडेशन की ओर से संचालित अडानी विद्या मंदिर ने अब एक दशक के बाद हजार का आंकड़ा लांघ लिया है। केन्द्रीय शिक्षा मंडल से संबद्ध यह एक ऐसा मॉडल स्कूल है, जहां CCTV कैमरे और Wi-Fi जैसी आधुनिक सुविधाओं के साथ साथ एक मजबूत बुनियादी ढांचे से सुसज्जित कंप्यूटर कक्ष, विज्ञान और गणित की प्रयोगशालाएं, कला और संगीत कक्ष, ऑडियो-विज़ुअल के सहायक उपकरण उपलब्ध हैं।
स्कूल में विद्यार्थीयों को शिक्षा के साथ ट्यूशन फीस, यूनिफ़ॉर्म, अध्ययन सामग्री, नाश्ता व मध्यान्ह भोजन तथा परिवहन सुविधा पूरी तरह से मुफ़्त है। उल्लेखनीय है की यहां दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम भी 100 फीसदी रहा। अडानी विद्या मंदिर, साल्ही इस देश का शायद एक मात्र स्कूल है, जहां विद्यार्थियों का नाश्ता और मध्याह्न भोजन उनकी ही माताओं की ओर से पकाया और परोसा जाता है।