रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश भाजपा संगठन के नेताओं की शुक्रवार की रात दिल्ली में सांसद संतोष पांडे के निवास पर तीन घंटे तक बैठक हुई। बैठक में इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल सहित प्रदेश के भाजपा के कुछ सांसद भी मौजूद थे। दिल्ली सूत्रों के अनुसार बैठक करीब रात 8 बजे शुरू हुई। बैठक में रिक्त दो मंत्री पर किस विधायक को मंत्री बनाया जाना चाहिए इस पर चर्चा हुई।
मंत्रियों के कामकाज की हुई समीक्षा
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, संगठन महामंत्री पवन साय और अजय जम्वाल ने नए मंत्री के नामों पर अपने सुझाव दिए। इसके अलावा मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की गई। बताया जाता है कि दो मंत्रियों के काम काज संतोष जनक नहीं होने पर भी चर्चा हुई। साथ ही इन दोनों मंत्रियों को हटाए जाने की भी बात कही।
अगले सप्ताह हो सकती है घोषणा
सूत्र बताते हैं कि चर्चा के दौरान दो नए मंत्रियों के नामों पर मुहर लग गई है। शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद अंतिम मुहर लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री शनिवार को रायपुर लौटें। इसके बाद अगले सप्ताह नए मंत्रियों के नामों की घोषणा करने की संभावना जताई जा रही है। घोषणा के एक-दो दिन बाद नए मंत्रियों को राजभवन में शपथ दिलाई जाएगी।
जातीय समीकरण में जो खरा हो, वही बनेगा मंत्री!
साय सरकार के कद्दावर नेता और वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सांसद बनकर दिल्ली जा चुके हैं। उनकी जगह खाली हुई मंत्री पद सबसे पहले भरे जाएंगे। इस खाली जगह को भरने में अनुभव की दमदारी के बजाय किसी ऐसे नए चेहरे को मौका दिए जाने की चर्चा शुरू हो चुकी है, जो जातीय समीकरणों पर भी खरा हो।
फिलहाल इस बात की ज्यादा संभावना है कि मंत्रिमंडल से एक ओबीसी विधायक को बाहर किया जा सकता है। इनकी जगह रायपुर पश्चिम से विधायक राजेश मूणत या फिर बिलासपुर से अमर अग्रवाल को जगह मिल सकती है। इनके अलावा दुर्ग से गजेंद्र यादव और कोंडागांव से लता उसेंडी को साय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।