केशोरायपाटन (बूंदी) । जैन पत्रकार महासंघ का हाड़ौती संभाग में क्षेत्रीय अधिवेशन, श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, केशोरायपाटन (जिला बूंदी) में 9 जू न को दोपहर 1.30 बजे से गणिनी आर्यिकारत्न 105 श्री स्वस्तिभूषण माताजी के पावन सानिध्य में आयोजित किया गया।
सर्वप्रथम जैन पत्रकार महासंघ के सभी पदाधिकारियों ने पूज्य माताजी को श्रीफल भेंट कर अधिवेशन में सानिध्य प्रदान करने के लिये निवेदन किया, तत्पश्चात श्री मुनिसुव्रतनाथ स्वामी के चित्र के समक्ष अनिल ठोरा – सुनीता ठोरा, विज्ञान नगर, कोटा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इसके बाद जैन पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री उदयभान जैन जयपुर ने महासंघ की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और उपस्थित सभी पदाधिकारियों व सदस्यों के लिये अपने शब्दों के माध्यम से स्वागत उद्बोधन दिया। समारोह अध्यक्षीय उद्बोधन अतिशय क्षेत्र केशोरायपाटन के अध्यक्ष गुलाब चन्द जैन ने दिया और अतिशय क्षेत्र के बारे में जानकारी प्रदान की।
अशिवेशन के मुख्य विषय ‘‘प्रिंट मीडिया की आवश्यकता एवं जैन पत्रकारों के संरक्षण‘‘ पर बोलते हुए महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेन्द्र जैन ‘‘महावीर‘‘, सनावद ने कहा कि हमें अपने समाचार-पत्रों में सकारात्मक समाचार ही प्रकाशित करने चाहिये। उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रोनिक मीडिया इतिहास का साक्ष्य नहीं बनता है जबकि प्रिंट मीडिया साक्ष्य बनता है इसलिये प्रिंट मीडिया का महत्व कभी समाप्त नहीं हो सकता। उन्होंने पूज्य माताजी से यह भी निवेदन किया कि माताजी, आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज के बाद आपसे समाज को बहुत अपेक्षायें हैं।
महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री अकलेश जैन, अजमेर ने कहा कि हमें जैन पत्रकार कहलाने से बात नहीं बनेगी बल्कि पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी भी निभानी होगी। जैन गजट के सह संपादक सुनील जैन ‘‘संचय‘‘, ललितपुर ने बताया कि सोशल मीडिया पर भरोसा नहीं किया जा सकता। हालांकि सोशल मीडिया के आगे प्रिंट मीडिया दबा-दबा सा नजर आता है क्योंकि कोई समाचार जब तक पेपर में छपता है, उससे पहले वह समाचार सोशल मीडिया पर आ जाता है।
महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश जैन तिजारिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि जैन पत्रकार निःस्वार्थ सेवा करते हैं, समाज के श्रेष्ठीगणों को इन्हें प्रोत्साहित करना चाहिये। ब्र. मनीष जैन ने जहाजपुर स्थित स्वस्ति धाम के बारे में और वहां के अतिशय के बारे में विस्तार से बताया।
परम पूज्य गणिनी आर्यिकारत्न श्री स्वस्तिभूषण माताजी ने अपने मंगल प्रवचन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह अधिवेषन दो दिवसीय होना चाहिये और प्रथम दिन, इसके तीन चरण होने चाहिये ताकि सभी लोग अपनी बात रख सकें और उनके बारे में विस्तृत चर्चा हो सके। उन्होंने प्रिंट मीडिया की आवश्यकता पर बोलते हुए कहा कि आपके समाचार-पत्र को लोग क्यों पढ़े, इस पर विचार करने की आवश्यकता है, सामग्री ऐसी होनी चाहिये कि पाठक वर्ग उसको पढ़ने के प्रति आकर्षित हो, उसमें रूचि पैदा हो। पूज्य माताजी ने यह भी कहा कि प्रिंट मीडिया के साथ-साथ, सोशल मीडिया को भी नहीं भुलाया जा सकता, उसकी भी आवश्यकता है।
इस अवसर पर जैन पत्रकार महासंघ के फोल्डर, जैनाग्र संदेश पत्रिका ,जैन गजट और समाचार जगत के अंक का विमोचन हुआ। अधिवेशन में पधारे सभी पत्रकारों और अतिथियों का आभार क्षेत्रीय अधिवेशन के संयोजक पारस जैन (पत्रिका), कोटा ने व्यक्त किया। मंच संचालन समारोह के मुख्य संयोजक एव॔ महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री राकेश जैन ‘चपलमन‘ कोटा ने किया। अधिवेशन के दौरान पूज्य माताजी ने जैन पत्रकार महासंघ के संयुक्त महामंत्री सुनील जैन ‘संचय‘-ललितपुर और महासंघ के जयपुर जिला संयोजक चक्रेश जैन, समाचार जगत (जयपुर) को उनके सक्रिय योगदान के लिये महासंघ के पदाधिकारियों से विषेष रूप से सम्मानित करवाया। महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मनीष जैन विद्यार्थी, शाहगढ़ की इस क्षेत्रीय अधिवेशन को आयोजित करवाने में विषेष भूमिका रही। क्षेत्रीय अधिवेशन के मुख्य संयोजक राकेश जैन ‘चपलमन‘, कोटा जिला संयोजक पारस जैन (पत्रिका), बूंदी जिला संयोजक महावीर सरावगी, जयपुर जिला संयोजक चक्रेश जैन और केशोरायपाटन के स्थानीय संयोजक मुकेश जैन थे। प्रबंधकारियाणी समिति श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, केशोरायपाटन का पूरा सहयोग इस अधिवेशन में प्राप्त हुआ।
जैन पत्रकार महासंघ के अधिवेशन में महासंघ के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिलीप जैन-जयपुर, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री महेन्द्र जैन बैराठी- जयपुर, राकेश जैन सोनी-इंदौर, नरेन्द्र कुमार जैन-बिजौलिया, डॉ.आर.के.जैन-कोटा, प्रकाश पाटनी-भीलवाड़ा, सुरेन्द्र प्रकाश जैन-जयपुर, अशोक राणा-जयपुर, नवीन कुमार जैन-जहाजपुर, राजेश जैन ‘बंटी‘-कोटा, अभिषेक लुहाड़िया – रामगंजमंडी, राजेन्द्र कुमार जैन-इटावा,नवनीत जैन -इटावा, सुबोध जैन- कोटा, पदम शाह-नैनवा, त्रिलोक चन्द जैन-खटकड़ (जिला बूंदी), विमल कुमार जैन , ब्र. डॉ. कल्पना जैन नोयडा, पारस जैन ‘पार्श्वमणि‘-कोटा, रविन्द्र काला-बूंदी, चन्द्रेश कुमार जैन भोपाल, भागचन्द जैन- जयपुर व गौरव पाटनी कापरेन आदि सम्मिलित हुए।