श्री शर्मा ने कहा – सवाल तो आईडी विस्फोट में पीड़ित निर्दोष आदिवासियों के लिए भी कांग्रेस को उठाना चाहिए
रायपुर। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री/गृह मंत्री विजय शर्मा ने मंगलवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि आज सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के थाना जगरगुंडा अंतर्गत ग्राम भीमापुरम से मड़कम सुक्की नामक युवती का आईईडी ब्लास्ट से पैर बुरी तरह चोटग्रस्त हो गया है। ब्लास्ट में घायल युवती को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है। डॉक्टर्स ने तत्काल उपचार मिलने के बाद युवती की जान बच जाने की उम्मीद जताई है।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि ऐसी ही घटना बीजापुर जिले के अन्नू नेकाम के साथ भी घटी थी। अन्नू नेकाम का पैर आईईडी ब्लास्ट में अलग हो गया था उसका भी रायपुर लाकर रामकृष्ण हॉस्पिटल में उपचार किया गया था। बीजापुर में ही आईईडी ब्लास्ट से दो श्रमिकों व दो बच्चों की मौत हुई थी। नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर में भी एक ग्रामीण की ब्लास्ट से दु:खद मृत्यु हुई थी। वहीं 11 मई को बीजापुर में एक युवती आईईडी की चपेट में आई थी। श्री शर्मा ने कहा कि आईईडी नहीं पहचानता है कि ये सुरक्षा बल के लोग हैं या फिर जानवर हैं, या फिर यह नक्सली है या फिर यह आम नागरिक हैं। बस्तरभर में यहाँ से वहाँ तक बारूद बिछाकर रखना पूरी तरह से अनुचित है। श्री शर्मा ने कहा कि कहां है ऐसे पूछने वाले, जो नक्सलियों से जब बातचीत होती है या उनके ऊपर प्रहार होता है तो खड़े होकर के बातचीत करते हैं? वह कहाँ हैं, उन्हें खोजना पड़ेगा। अब नक्सलियों से क्यों नहीं पूछा जा रहा है कि आईईडी जगह-जगह क्यों लगाया गया है? अगर फिर से कुछ होगा तो यह लोग फिर तरह-तरह की बातें बनाकर भ्रम फैलाएंगे और जवानों के शौर्य पर सवाल उठाएंगे। क्या नक्सलियों का बारुदी विस्फोट गलत नहीं है? इतने सारे जो प्रकरण आए हैं, क्या वह गलत गलत नहीं है। यह गलत है तो नक्सलिज्म समाप्त होने की बात होनी चाहिए।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि ऐसी दर्दनाक स्थितियाँ और ऐसा दर्दनाक जीवन किसी के साथ नहीं होना चाहिए। माओवाद ने दुनिया को कुछ नहीं दिया। सन 1989 में तीन और चार जून की दरमियानी रात यही बीजिंग के तियानमेन चौक में मैसिव मैसिकर हुआ था और उस समय जो हुआ था, वह लोगों के जेहन में आज भी है। वही माओवाद, वही शासन है। क्या वही शासन फिर देना चाहते हैं? अब ऐसी चीजों को नहीं सहा जाएगा।