पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आठ लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार शाम 6 बजे थम जाएगा। इसके बाद प्रत्याशी सिर्फ घर-घर जाकर वोट मांग सकेंगे। इस चरण के लिए मतदान 25 मई को होगा। छठे चरण में वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज में चुनाव होना है। सीवान में त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। वहीं, अन्य सात सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन यानी महागठबंधन में आमने-सामने का मुकाबला है।
बिहार में छठे चरण की आठों सीटों पर कुल 86 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें कई दिग्गज नेताओं के भाग्य का फैसला होगा। वाल्मीकिनगर में जेडीयू के सुनील कुशवाहा और आरजेडी के दीपक यादव के बीच सीधी फाइट है। पूर्वी चंपारण में बीजेपी के राधा मोहन सिंह और वीआईपी से राजेश कुमार के बीच मुकाबला है। पश्चिम चंपारण में संजय जायसवाल बीजेपी के खिलाफ फिर से मैदान में हैं, उनके खिलाफ कांग्रेस ने मदन मोहन तिवारी को उतारा है।
सीवान लोकसभा सीट पर जेडीयू ने मौजूदा सांसद कविता सिंह का टिकट काटकर विजयलक्ष्मी कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, आरजेडी ने पूर्व विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। इस वजह से सीवान में चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
वैशाली में सर्वाधिक, महाराजगंज में सबसे कम प्रत्याशी
छठे चरण में सबसे अधिक 15 उम्मीदवार वैशाली लोकसभा सीट पर हैं, जबकि सबसे कम 5 कैंडिडेट महाराजगंज में चुनाव लड़ रहे हैं। वाल्मीकिनगर में 10, पश्चिम चंपारण में 8, पूर्वी चंपारण में 12, शिवहर में 12, गोपालगंज में 11 और सीवान में 13 कैंडिडेट चुनावी मैदान में हैं।