सुबह 7.10 बजे भक्तों के लिए केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए. इसके बाद सुबह 10.29 बजे यमुनोत्री धाम और 12.25 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दर्शन और निरीक्षण के लिए सुबह सात बजे केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं |

केदारनाथ का महत्व
केदारनाथ उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में भगवान शिव का पवित्र धाम है. हर साल यहां लाखों की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं. केदारनाथ की गणना भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग और पंच केदार में भी की जाती है. केदारनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग स्वयंभू है. इस वजह से मंदिर का महत्व अधिक बढ़ जाता है |
बद्रीनाथ का महत्व
बद्रीनाथ चार धाम में से एक प्रमुख धाम माना जाता है. ये हिमालय की पर्वत श्रेणी में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है. यह मुख्य रूप से भगवान विष्णु का मंदिर है. यहां पर नर और नारायण की उपासना की जाती है. ये मंदिर तीन भागों में विभाजित है- गर्भगृह, दर्शनमण्डप और सभामंडप. बद्रीनाथ मंदिर परिसर में 15 मूर्तियां हैं, इनमें सब से प्रमुख भगवान विष्णु की मूर्ति है |