देश में इन दिनों बिन बादल बरसात देखने को मिल रही है। दरअसल, एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ अब मध्य अफगानिस्तान के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर स्थित है, जो ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के साथ बना हुआ है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर है, जो उत्तर में लगभग 65 डिग्री पूर्व देशांतर और अक्षांश 28° उत्तर पर है।
प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा पर है। एक और चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर है। एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर बना हुआ है जो समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तरी बांग्लादेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तरी बांग्लादेश पर उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से बनी ट्रफ गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए उत्तरी ओडिशा तक फैली हुई है। मराठवाड़ा से मध्य महाराष्ट्र और आंतरिक कर्नाटक होते हुए उत्तरी तमिलनाडु तक एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर बना हुआ है। कोमोरिन क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।