जयपुर – 23 अप्रैल – पूरे विश्व को जीओ और जीने दो का संदेश देने वाले, जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर का 2623 वां जन्म कल्याणक महोत्सव (महावीर जयन्ती) पर दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में गुरुवार 18 अप्रैल से शुरू हुए आठ दिवसीय वार्षिक लक्खी मेले में बुधवार को मंदिर प्रांगण से विशाल रथयात्रा निकलेगी। जो गम्भीर नदी के तट पर जायेगी जहां भगवान महावीर के पंचामृत कलशाभिषेक होगें। इससे पूर्व मंगलवार को मेले में सामूहिक पूजा, मेला निरीक्षण, सामूहिक आरती, शास्त्र प्रवचन, सांस्कृतिक संध्या एवं राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के आयोजन किये गये।
दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी के अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल एवं मानद् मंत्री सुभाष चन्द जैन ने बताया कि
मंगलवार को प्रातः श्री वीर संगीत मण्डल जयपुर के सहयोग से चरण चिन्ह छत्री पर तथा दोपहर में कटला पश्चिमी पाण्डाल में सामूहिक पूजन की गई।
प्रचार प्रसार मुख्य संयोजक सुरेश सबलावत के अनुसार अपरान्ह 4.00 बजे उप जिला कलेक्टर एवं प्रबन्धकारिणी समिति के अध्यक्ष एडवोकेट सुधांशु कासलीवाल द्वारा मेले का निरीक्षण किया गया। मार्ग में जगह जगह स्वागत व सम्मान किया गया। सायकांल कटला प्रांगण में भगवान महावीर की संगीतमय आरती की गई। तत्पश्चात शास्त्र प्रवचन में धर्म के सिद्धांत समझाये गये।
रात्रि में कटले के पूर्वी पाण्डाल में महिला जागृति संघ जयपुर द्वारा सांस्कृतिक संध्या हुई जिसमें रंगारंग कार्यक्रमों की भव्य प्रस्तुति दी गई।
कोषाध्यक्ष एवं कवि सम्मेलन मुख्य संयोजक विवेक काला ने बताया कि रात्रि में सांस्कृतिक मंच पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन हुआ जिसमें कवियों ने भगवान महावीर के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कविता पाठ किया।
अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल एवं मानद् मंत्री सुभाष चन्द जैन के मुताबिक बुधवार 24 अप्रैल को प्रातः खडगासन चौबीसी के अभिषेक होगें। दोपहर में 2 बजे मंदिर प्रांगण से विशाल रथयात्रा निकलेगी जो नदी तट पर जावेगी जहां श्री जी के कलशाभिषेक होगें।तत्पश्चात सायंकाल 5.00 बजे नदी तट पर घुड़दौड़, ऊंट दौड के आयोजन होगें।
प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा के अनुसार गुरुवार 25 अप्रैल को नदी तट पर ग्रामीण खेलकूद एवं कुश्ती-दंगल के बाद मेले का समापन होगा। मेले में जैन अजैन सभी लाखों की संख्या में श्रद्धालुगण शामिल होगें।