नई दिल्ली- युवा पीढ़ी के साथ कनेक्ट करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई जवाब नहीं फिर वो चाहें नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड का मंच हो या देश के टॉप गेमर्स के साथ बातचीत करना. जी हां, पीएम मोदी की देश के टॉप-गेमर्स से मुलाकात और बातचीत का एक वीडियो आज जारी हुआ, जिसमें उनके और नई पीढ़ी के बीच गजब की प्रैक्टिस देखने को मिली. पीएम मोदी ने इसी दौरान गेमर्स से गेमिंग इंडस्ट्री में रेग्युलेशन नहीं लाने का वादा भी कर दिया |
पीएम मोदी के इस ऐलान से ब उन अटकलों पर विराम लग गया है, जो गेमिंग इंडस्ट्री को जीएसटी के दायरे में लाए जाने. पबजी से लेकर अन्य गेम्स के लिए रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क बनाने से जुड़ी हुई थीं. मौजूदा वक्त में भारत की गेमिंंग इंडस्ट्री 15,000 करोड़ रुपए से अधिक वैल्यू की है, जो आने वाले दिनों में 33,000 करोड़ रुपए के स्तर को पार कर सकती है |
पीएम मोदी से मुलाकात करने वाले टॉप गेमर्स में अनिमेष अग्रवाल , मिथिलेश पाटणकर , पायल धरे , नमन माथुर, गणेश गंगाधर , तीर्थ मेहता और अंशू बिष्ट शामिल थे. इन सभी के साथ पीएम मोदी ने कई अलग-अलग तरह के गेम्स पर हाथ आजमाएं और उनके सामने आने वाली मुश्किलों के बारे में भी पूछा |
बातचीत के दौरान एक गेमर ने पीएम मोदी से गेमिंग इंडस्ट्री के लिए रेग्युलेशन लाने की बात कही. ताकि स्किल बेस्ड गेमिंग को एक पहचान मिल सके. हालांकि इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि गेमिंग इंडस्ट्री में रेग्युलेटरी लाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसे अभी खुले में ही फलना-फूलना चाहिए. हालांकि गेमिंग और गैम्बलिंग को अलग-अलग नजरिए से देखने की बात उन्होंने कही |
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का स्वभाव होता है कि हर चीज में हाथ डालना, नियमों में बांध देना. लेकिन गेमिंग इंडस्ट्री अभी बढ़ रही है. इसके अपने क्रिएटिव एस्पैक्ट हैं, इसलिए उन्हें नहीं लगता कि गेमिंग इंडस्ट्री को रेग्युलेट करना चाहिए. बल्कि इसे ओपन रखने की बात पर ही उन्होंने जोर दिया |
देश में गेमिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने टॉप गेमर्स के साथ कई सुझाव भी शेयर किए. पीएम मोदी ने कहा कि देश में ‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर ‘गेम इन इंडिया’ पर जोर दिया जाना चाहिए. भारतीय कैरेक्टर्स पर बने गेम्स को विकसित किया जाना चाहिए जैसे कि अमरचित्र कथा के कैरेक्टर्स पर गेम बनाए जाने चाहिए |
इतना ही नहीं उन्होंने ‘ओपन सोर्स’ गेम्स डेवलपमेंट की बात भी कही. पीएम मोदी ने कहा कि क्या ऐसा नहीं हो सकता कि हुनमान के कैरेक्टर को लेकर एक ओपन सोर्स गेम बनाई जाए, फिर उसमें और लोगों को बोला जाए कि वह हनुमान के अलग-अलग एस्पैक्ट पर इस गेम को आगे डेवलप करें. इस पर गेमर्स ने कहा कि इस पर काम किया जा सकता है |