रायपुर- प्रदेश के बहुचर्चित रामावतार जग्गी हत्याकांड मामले पर हाईकोर्ट का फैसला आज आ गया। उच्च न्यायालय ने दोषियों की तरफ से दाखिल की गई याचिका को ख़ारिज करते हुए उनकी सजा को बरकरार रखा हैं। वहीं इस फैसले पर रामावतार जग्गी की पत्नी गुलशन जग्गी का बयान सामने आया है। उन्होंने 21 साल बाद आए फैसले को भगवान का फैसला बताया। इसके साथ ही अपनी और बेटे की सुरक्षा की मांग की। बता दें कि रामावतार जग्गी परिवार पूर्व और वर्तमान सरकार से सुरक्षा की गुहार लगा चुके हैं।
गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ में साल 2003 के दौरान हीरा कारोबारी राम अवतार जग्गी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी समेत 25 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इस मामले को लेकर उन दिनों अमित जोगी को बाइज्जत बरी कर दिया गया था।