दुर्ग- लोकसभा चुनाव 2024 में राजनांदगांव सीट से चुनावी मैदान में उतरे भूपेश बघेल की मुसीबतें लगातार बढ़ती ही जा रही है। एक के बाद एक आरोप लगने के बाद भूपेश बघेल की अब निर्वाचन आयोग से शिकायत की गई है। दरअसल भूपेश बघेल के एक ही सीट से 375 से अधिक उम्मीदवार खड़े करके मतपत्र से चुनाव कराने की नसीहत देने वाले बयान को लेकर जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार पाध्ये ने जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है और मामले में संज्ञान लेते हुए प्रदेश के किसी भी स्थान पर चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है।
राजेंद्र कुमार पाध्ये ने अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला अंतर्गत पाटन विधानसभा क्षेत्र के विधायक भूपेश बघेल जो राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित हैं, उन्होंने दिनांक 26 मार्च 2024, मंगलवार को पाटन विधानसभा के आमालोरी गांव में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भारत निर्वाचन आयोग के खिलाफ भड़काऊ बयान जारी करते हुए इस आशय का सार्वजनिक बयान दिया है कि अगर राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में 375 से अधिक कैंडिडेट होंगे तो निर्वाचन आयोग को राजनांदगांव में बैलेट पेपर से मतदान करवाना होगा। इसलिए पाटन क्षेत्र के कार्यकर्ता अधिक से अधिक संख्या में राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में जाकर नामांकन दाखिल करें।
पूर्व मुख्यमंत्री और पाटन विधायक भूपेश बघेल ने उक्त बयान के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया है, साथ ही चुनाव प्रक्रिया को अनुचित रूप से प्रभावित करने का प्रयास करते हुए पाटन क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं को राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में जाकर नामांकन दाखिल करने के लिए अनुचित रूप से उकसाने का कार्य किया है। साथ ही EVM के विरुद्ध जनता को भड़काने का कृत्य करते हुए 375 से अधिक लोगों को नामांकन करने के लिए बयान देकर निर्वाचन आयोग की स्वच्छ और स्वस्थ प्रक्रिया को दूषित करने के लिए दुष्प्रेरित करने का कार्य किया है। भूपेश बघेल का उक्त कृत्य चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है। भूपेश बघेल ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया है उनके विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाए और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से बाहर भूपेश बघेल के चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया जाए।
गौरतलब है कि राजनांदगांव से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल ने पाटन के कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा था कि चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को तैयार रहना होगा। सभी कार्यकर्ता चुनाव के लिए नामांकन करेंगे तो ईवीएम की संख्या कम पड़ जाएगी और ऐसे में यदि एक सीट से 375 से अधिक प्रत्याशी हुए तो वहां चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होगा। ऐसे में कांग्रेस की जीत निश्चित है।