नई दिल्ली – लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 19 अप्रैल से मतदान शुरू होंगे और 1 जून तक सात चरणों में चलेंगे। नतीजे 4 जून को घोषित कर दिए जाएंगे। चुनाव आयोग ने शनिवार शाम चुनावी तारीखों की घोषणा की। इस दौरान 543 लोकसभा सीटों के बजाय निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 544 हो गई। आखिर ऐसा कैसे हुआ? क्या देश में एक नया निर्वाचन क्षेत्र जोड़ा गया है? मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने खुद इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। दरअसल, मणिपुर के 2 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक पर दो चरणों में मतदान होगा, जिससे कुल लोकसभा सीटों की संख्या 544 मालूम पड़ रही है।
मणिपुर की 2 लोकसभा सीटों के लिए 19 और 26 अप्रैल को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर के कुछ क्षेत्रों में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा। 26 अप्रैल को दूसरे चरण में शेष क्षेत्रों में वोटिंग होगी। बाहरी मणिपुर में एक सीट पर 2 बार मतदान होगा। राज्य में विस्थापन के कारणों से ऐसा फैसला लिया गया है। पिछले साल 3 मई को 2 समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू हुआ जिसके बाद से कई बार राज्य हिंसा की चपेट में आया है। मालूम हो कि आंतरिक और बाहरी मणिपुर सीटें क्रमशः भाजपा और नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के पास हैं। बाहरी मणिपुर सीट अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित की गई है।
देश भर में आदर्श आचार संहिता लागू
आम चुनाव के एलान के साथ ही देश भर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है। लोकसभा की सभी 543 सीटों के साथ-साथ सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और आंध्र प्रदेश की विधानसभा चुनावों व विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं की 26 रिक्त सीटों पर उपचुनाव भी कराया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोंनों आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू की मौजूदगी में यह घोषणा की। उन्होंने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषित किए।