- पर्यावरण संरक्षण के साथ विकास के लिए 25 वर्षों के रोडमैप पर चर्चा
- मंत्री चौधरी बोले, प्रदेश में जल्द शुरू होगी नई इंडस्ट्रियल पालिसी
रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से अमृतकाल विजन डाक्यूमेंट @ 2047 की तैयारी की जा रही है, जिसकों लेकर काम भी शुरू कर दिया गया है। सरकार की ओर से अमृतकाल विजन डाक्यूमेंट @ 2047 लांच की तिथि तय कर दी गई है। यह राज्य स्थापना दिवस के दिन एक नवंबर को लांच होगी।
मंत्री ओपी चौधरी ने कांफ्रेंस में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को बदलते हुए वक्त को समझना चाहिए और आने वाली पीढ़ी के लिए खुद को भी बदलना चाहिए। राज्य सरकार सतत विकास के लिए अपने बजट में 2047 में छत्तीसगढ़ को भी विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में देखना चाहती है। इसके लिए लान्ग टर्म गोल के रूप में ही अमृतकाल विजन डाक्यूमेंट @ 2047 की तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास का होना अनिवार्य है। इस सेक्टर में काफी ग्रोथ भी हो रही है। इसके साथ ही सर्विस सेक्टर में ग्रोथ लाने की आवश्यकता है। अगले पांच वर्षों में इसे बढ़ाने के लिए काम करना है, जिसकी शुरूआत भी कर दी गई है। अगले तीन साल के भीतर नवा रायपुर इनोवेशन तथा आइटी हब के रूप के जाना जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत ही जल्द कोर सेक्टर और सर्विस सेक्टर के बीच सामंजस्य स्थापित करते हुए नई इंडस्ट्रियल पालिसी शुरू होगी। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण मंडल की अध्यक्ष आर शंगीता, सदस्य सचिव पी अरूण प्रसाद, प्रदेश गृह निर्माण मंडल के आयुक्त अयाज तंबोली, प्रदेश के इंटीग्रेटेड स्टील एवं स्पंज आयरन प्लांट, कोल वाशरी, ताप विद्युत संयंत्र, कोल माईंस, आयरन ओर माईंस, बड़े हास्पिटल, स्पंज आयरन एसोसिएशन के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।
पेड़-पौधों की अच्छी सेहत भी सभी के लिए जरूरी
मुख्यमंत्री के सचिव तथा राज्य सुशासन एवं अभिसरण विभाग के सचिव राहुल भगत ने कहा कि सोचना होगा कि अभी से तैयारी शुरू नहीं की तो वर्ष- 2047 तक भविष्य कैसा होगा। प्रत्येक जीवित इंसान की सेहत उसके लिए जरूरी है, वैसे ही पेड़-पौधों की अच्छी सेहत सभी के लिए बहुत जरूरी है। उनके भीतर भी जीवन है और उनके जीवन से हमारा जीवन जुड़ा हुआ है। आज तकनीक का दौर है और इसमें तेजी से बदलाव आ रहा है, लेकिन इस बदलाव में भी पर्यावरण का ध्यान रखना होगा ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।