- तीन नाटकों का भावनाओं के साथ वाचन, दो का होगा मंचन*
- महाराष्ट्र नाट्य मंडल फिर हास्य नाटकों को लेकर एक्शन मोड पर
रायपुर- महाराष्ट्र नाट्य मंडल ने गुरुवार की रात चौबे कॉलोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल भवन में तीन नाटकों का वाचन किया। इससे पहले नाट्य मंडल के निर्देशक अनिल कालेले ने नाटकों के वाचन और उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि लगभग तीन- चार दशक पहले नाटकों का वाचन नाटकों के मंचन के समकक्ष मनोरंजन का सशक्त माध्यम था और आज भी यह प्रासंगिक है।
योगेश सोमण लिखित मराठी हास्य नाटक गप्पा (गप्पे मारना) का वाचन महाराष्ट्र नाट्य मंडल के सचिव प्रसन्न निमोणकर ने किया। दूसरा गंभीर मराठी अनाम नाटक विकास यशवंत जोगलेकर लिख रहे हैं। इसी का वाचन स्वयं जोगलेकर ने दिलीप लांबे और प्रिया बक्षी के साथ किया। डा. वसंत सबनीस लिखित मराठी हास्य नाटक ‘प्रेक्षकांनी क्षमा करावी’ (दर्शकों क्षमा करें) का रोचक अंदाज में वाचन अनिल कालेले ने किया। उन्होंने तीनों मराठी नाटकों के वाचन के बाद दो हास्य नाटकों ‘गप्पा’ और ‘प्रेक्षकांनी क्षमा करावी’ के मंचन की तैयारी पर नाट्य मंडल के पदाधिकारियों से चर्चा भी की।
इस मौके पर महाराष्ट्र नाट्य मंडल की अध्यक्ष अभया जोगलेकर, अपर्णा कालेले, दीपाली लांबे, चेतन दंडवते, श्यामसुंदर खंगन, परितोष डोनगांवकर, रविंद्र ठेंगड़ी, गौरी श्रीरसागर, नवीन देशमुख, पवन ओगले, अभिषेक बक्षी, रंजन मोडक, भागीरथ कालेले, वंदना काले, सौ. पिंपलापुरे सहित अनेक पदाधिकारी और आजीवन सभासद उपस्थित रहे। शुक्रवार से प्रतिदिन शाम 7:30 बजे दोनों नाटकों की महाराष्ट्र मंडल में तालीम शुरू करने का निर्णय लिया गया है।