इंदौर । हाल ही में शिक्षा विभाग में नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 में शिक्षकों और विद्यार्थियों को मिलने वाले अवकाश संबंधित निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत इस बार शिक्षकों 30 दिन और विद्यार्थियों को 45 दिन की गर्मियों की छूट्टी मिलेगी। इसमें दशहरा पर 3, दिपावली पर 6 और शीतकालीन पर 5 दिन का अवकाश मिलेगा। आदेश जारी हेाते ही शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है।
शासकीय शिक्षक संगठन मध्य प्रदेश के प्रदेश प्रवक्ता दिनेश परमार ने बताया कि शिक्षकों और क्लास रूम टीचिंग में लगे अन्य कैडर को 2008 से वार्षिक अर्जित अवकाश, अवकाश लेखा में दर्ज करना बंद कर दिया गया है। शिक्षकों को अब सिर्फ अवकाश के समय काम करने पर अर्जित अवकाश मिलते हैं। वह भी सिर्फ विभाग के आयुक्त और कलेक्टर के आदेश पर काम करने पर।
सत्र में कुल 44 दिन अवकाश
नए शिक्षण सत्र में शिक्षकों को कुल 44 दिवस अवकाश मिलना है। इसके उलट प्रदेश में 2021 से 5 कार्य दिवस सिस्टम लागू है, इस प्रकार प्रदेश के कार्यालयों में कार्यरत संवर्ग को 52 से 54 शनिवार का अवकाश मिलता है, और वे विश्राम अवकाश कैडर में शामिल नहीं हैं, इस लिए उन्हें 30 दिवस का वार्षिक अर्जित अवकाश, अवकाश लेखा में दर्ज होता है।
वर्तमान स्थिति में प्रदेश में शैक्षणिक कैडर और गैर शैक्षणिक कैडर के अवकाश की संख्या समान है, लेकिन अर्जित अवकाश प्रदान करने में शासन द्वारा भेदभाव किया जा रहा है। हम लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त को ज्ञापन देकर मांग करेंगे कि शिक्षकों 60 दिन के अवकाश दिए जाए। इस संबंध में अन्य शिक्षक संगठनों को भी एकजुट किया जा रहा है।