प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने तो पूरे 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने भी छह सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं। प्रत्याशियों के नामों की सूची की समीक्षा में एक बात स्पष्ट हो रही है कि टिकट पाने वालों में दुर्ग जिले के नेताओं का वर्चस्व रहा है। इस जिले से कुल पांच नेता प्रत्याशी बने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को कांग्रेस ने क्रमशः राजनांदगांव एवं महासमुंद जिले से लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है।
पहली बार दुर्ग जिले के पांच नेता बने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी
दुर्ग जिले के राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जिले के पांच नेताओं को लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया गया है जो अलग-अलग जिले में अपनी किस्मत आजमाएंगे। यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इससे पहले रायपुर लोकसभा सीट से भी कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं।
ताम्रध्वज साहू दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। विजय बघेल दुर्ग लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार मैदान में है। वहीं, सरोज पांडेय भी दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी है। दुर्ग जिला फिर से पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
संतोष पांडेय दूसरी बार बनाए गए लोकसभा प्रत्याशी
यहां पर पांच नेताओं को भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने लोकसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बनाया है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्व मुख्यमंत्री वह विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह के क्षेत्र से लोकसभा के चुनाव लड़ रहे हैं। उनके द्वारा टिकट मिलते ही अपनी पूरी ताकत झोंक दी गई है जबकि भाजपा से यहां पर संतोष पांडेय दूसरी बार लोकसभा का प्रत्याशी बनाए गए हैं।
इस सीट पर सबसे अधिक रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। विधानसभा का चुनाव हारने के बाद बघेल, भाजपा के लिए महत्वपूर्ण इस सीट को जीतना चाह रहे हैं। दूसरी ओर महासमुंद शिफ्ट हुए पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू वहां पर साहू समाज की संख्या को देखते हुए जीत की आशा लगाए बैठे हैं।
वहीं भाजपा ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व राज्यसभा सदस्य सरोज पांडेय को कोरबा से प्रत्याशी बनाया है। यहां पर कांग्रेस ने अपने प्रदेश महामंत्री राजेंद्र साहू को प्रत्याशी बनाकर साहू समाज को आकर्षित करने का प्रयास किया है।