रायपुर। छत्तीसगढ़ की 11 में से 6 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। रायपुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल के सामने कांग्रेस ने रायपुर पश्चिम सीट से विधायक रहे विकास उपाध्याय को मैदान में उतारा है। विकास 2018 में बीजेपी के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत को हरा कर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन 2023 में मूणत से ही वे हार गए। अब उनका मुकाबला बीजेपी के अजेय कहे जाने वाले दग्गिज नेता अग्रवाल से है। अग्रवाल लगातार 8वीं बार के विधायक हैं।
रायपुर से विकास के नाम के ऐलान के साथ ही इस बात की चर्चा होने लगी कि विकास रायपुर सीट से चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं और वे टिकट वापस करने दिल्ली चले गए हैं। इस तरह की खबरें लगातार सोशल मीडिया में चल भी रही है। विकास के दिल्ली में होने की वजह से इन खबरों को और बल मिल गया, जिससे कांग्रेस खेमें में हड़कंप मच गया। अब इस पूरे मामले में विकास उपाध्याय ने वीडियो संदेश जारी कर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है। विकास ने बताया है कि वे कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और असम के प्रभारी हैं। इस वक्त दिल्ली में असम में प्रत्याशी फाइनल करने की प्रक्रिया चल रही है। वे इन्हीं बैठकों में शामिल होने के लिए दिल्ली में रुके हुए हैं।
विकास की तरफ से एक लिखित बयान में भी जारी किया गया है। इसमें उन्होंने टिकट वापस करने की खबरों को भाजपा आईटी सेल की चाल और अफवाह करार दिया है। उन्होंने रायपुर लोकसभा से उम्मीदवार बनाए जाने के लिए पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, वेणुगोपाल,सचिन पायलट व प्रदेश के सर्वोच्च नेता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए लोकसभा चुनाव की लड़ाई को निर्णायक करार दिया। उन्होंने इस निर्णायक लड़ाई में रायपुर की चुनौती भरी सीट में कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर जितने का दावा किया है।
उन्होंने भाजपा के द्वारा भ्रामक खबर फैलाने कांग्रेस नेताओं की छवि खराब करने के हथकंडे का प्रतिकार करते हुए आम कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि हर कार्यकर्ता इस जिम्मेदारी को भली भांति समझे कि देश में न्याय की सरकार लाने के लिए काँग्रेस की जीत सुनिश्चित करने की जरूरत है।, विकास उपाध्याय ने पूरे दमखम से चुनाव लड़ने की बात कहते हुए देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और लोकतांत्रिक संस्थाओं के स्वतंत्रता के हनन के मुद्दे के साथ छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की वादा खिलाफी का फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में मिलने की बात कही है। उन्होंने बताया की असम में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के काम निपटाकर वे 12 मार्च को रायपुर आएंगे जहां कार्यकर्ताओं की पहली बैठक से ही अपने चुनावी अभियान की शुरुआत कर देंगे उन्होंने आम कार्यकर्ताओं से अपने-अपने क्षेत्र में रहकर सक्रिय योगदान देने की अपील भी की है।