- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 9:30 बजे कोचिंग पिट लाइन का शिलान्यास और वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल का लोकार्पण करेंगे।
- स्थानीय उत्पाद को मिलेगा बढ़ावा
- 12 करोड़ की लागत से तैयार होगा कोचिंग पिट लाइन
पिट लाइन निर्माण के लिए लंबे समय से भाजपा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के द्वारा मांग की जा रही थी। रेलवे प्रबंधन ने मंजूरी देते हुए यात्रियों की सुविधा के लिहाज से बड़ी पहल की है। बता दें कि अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत नवीनीकरण और सुंदरीकरण कार्य पहले से ही चल रहा है। अब यहां कोचिंग पिट लाइन निर्माण का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किया जाएगा। रेलवे प्रबंधन के अनुसार मंगलवार सुबह आठ बजे से स्टेशन परिसर में लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
स्थानीय जनप्रतिनिधि और रेलवे के अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 9:30 बजे वर्चुअल जुड़कर कोचिंग पिट लाइन का शिलान्यास और वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल का लोकार्पण करेंगे। रेलवे स्टेशन के अधिकारी इस आयोजन के लिए जुटे हुए हैं। यहां स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री के भी शामिल होने की संभावना है।
स्थानीय उत्पाद को मिलेगा बढ़ावा
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टाल में स्थानीय उत्पादन लोगों की बिक्री के लिए रखे गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी की योजना के अनुसार हर स्टेशनों में इस तरह के स्टॉल शुरू किए गए हैं। इस स्टाल में कई तरह के सामानों के अलावा सरगुजा जिले का हर्बल मेडिसिन प्रोडक्ट यात्रियों के बिक्री के लिए रखा गया है। इसका लोकार्पण मंगलवार को किया जाएगा।
12 करोड़ की लागत से तैयार होगा कोचिंग पिट लाइन
अंबिकापुर रेलवे स्टेशन में कोचिंग पिट लाइन के लिए स्थान कक चयन और नक्शा तैयार कर लिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा मंगलवार को इसका शिलान्यास करने के बाद निर्माण आरंभ कर दिया जाएगा। रेलवे सूत्रों के अनुसार कोचिंग पिट लाइन के निर्माण में लगभग 12 करोड़ की लागत आएगी। इसके लिए एक अलग से प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। साथ ही अंडरग्राउंड स्वचालित पानी का संयंत्र लगाया जाएगा जिससे सभी कोच की धुलाई और सफाई की जाएगी। इसके अलावा रखरखाव और मेंटेनेंस के लिए भी जरूरी उपकरण लगाए जाएंगे। अंबिकापुर आने वाली सभी ट्रेनों को इसी कोचिंग पिट लाइन में भेजा जाएगा जो एक यार्डनुमा रहेगा। इसमें पूरे 22 कोच के खड़े होने के लिए अलग लाइन और प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा।