युगों युगों तक होगा अहिंसा के संदेश का प्रसारण
अमरकंटक । सर्वोदय तीर्थ अमरकंटक की ये अनुपम अद्वितीय कृति युगों युगों तक संसार को अहिंसा का संदेश प्रसारित करती रहेगी। इस मनोरम प्राकृतिक अरण्य में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की भावना के अनुरूप निर्मित भगवान आदिनाथ का जिनमंदिर की स्थापत्य और शिल्प कला को देखकर मन में शांति छा जाती है । जिनालय का कलशारोहण समारोह निर्यापक श्रमण श्री योगसागर महाराज के ससंघ सानिध्य में संपन्न हुआ ।
संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के सुयोग्य वरिष्ठ निर्यापक मुनि श्री योगसागर महाराज, मुनिश्री पूज्यसागर महाराज, मुनिश्री निस्सीम सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में एक सौ सत्तर फुट ऊंचे शिखर पर कलशारोहण किया गया। गत वर्ष मार्च अप्रेल में संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के ससंघ सानिध्य में भव्यातिभव्य पंचकल्याणक महामहोत्सव संपन्न हुआ था।
निर्यापक मुनि श्री योगसागर महाराज ने अमरकंटक में आचार्य श्री के गत प्रवासों का स्मरण करते हुये कहा कि हम उनके बताये पथ का अनुशरण करते रहेगें ।आचार्य महाराज की साधना हमें सदा प्रेरणा देती रहेगी ।आचार्य महाराज वीतरागता के पथ पर स्वयं चले और हमारा भी पथप्रशस्त किया । प्रतिष्ठाचार्य विनय भैया के निर्देशन में ब्रम्हचारी दीपक भैया अमरकंटक, सर्वोदय तीर्थ समिति के अध्यक्ष श्रीमंत सेठ प्रमोद जैन बिलासपुर, कोषाध्यक्ष मनीष जैन बुढ़ार सहित अमरकंटक, गौरेला, पेण्ड्रा, बुढ़ार, अकलतरा, बिलासपुर, डिंडौरी जैन समाज के सदस्य और महिलाएं कलशारोहण समारोह में सम्मिलित हुयीं ।