जर्मनी से आई पर्यटक रेजिना मारिया ने नमस्ते राजिम कह कर राजिम कुंभ के श्रद्धालुओं को अचंभे में डाल दिया। दरअसल सनातन धर्म के विराट स्वरूप को जानने की इच्छा से वह राजिम कुंभ में पहुंची थी। मारिया ने बताया कि सनातन के शरण में आकर उन्हें आध्यात्मिक शांति का अनुभव हुआ है, जीवन की नीरसता दूर हुई है और उत्साह का संचार हुआ है।
जर्मनी की मारिया ने बताया कि राजिम की ख्याति अब सात समंदर पार तक पहुंच चुकी है। सनातन संस्कृति से जुड़े इस आयोजन से प्रभावित होकर वह राजिम पहुंची है। राजिम लोचन मंदिर की नक्काशी और कलाकृतियों ने उन्हें प्रभावित किया है। त्रवेणी संगम बीच स्थित कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर का दर्शन कर अभिभूत हुई उनके साथ आये अन्य विदेशी पर्यटकों ने पूरे मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर साधु-संतों से आशीर्वाद लिया है।
रेजिना मारिया के साथ कुंभ मेले में जर्मनी से आए स्टीफन जोसेफ मारिया, हिल्डेगार्ल्ड रेल्डा, चृस्टा, उलरिका, सिल्केमारिया, लेंस, अलरिच ने कहा कि हम राजिम पहली बार आए हैं। भारत की अध्यात्मिक और धार्मिक संस्कृति को देखने और समझने के लिये भारत आए हैं। सांस्कृतिक से प्रभावित हुए है। उन्होंने बताया कि असम, सिक्किम तथा कलकत्ता भी गए, लोगों से मिले अच्छा लगा। लेकिन जिस आत्मियता से छत्तीसगढ़ के लोगों ने परंपरागत ढंग से स्वागत किया वह हमारे लिए विशेष अनुभव है।
जर्मनी के पर्यटक दल ने राजिम में भगवान राजीव लोचन, श्री कुलेश्वरनाथ महादेव, तथा संत समागम में पहुंचकर संतों से आशीर्वाद लिया। इसके अलावा नागा साधुओं से भी मुलाकात की। इस दौरान फोटो खिचवाने तथा सेल्फी लेने मेला घूमने आए लोगों की उमड़ पड़ी। इन पर्यटकों ने भी आनंद लेते हुए उपस्थित जन समूह के साथ फोटो खिचवाई।